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आप का बढ़ रहा कुनबा, अकाली दल के नेता सोहन सिंह खोखर हुए शामिल

आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब ने अकाली दल को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. चुनाव आचार संहिता लगने के बाद पंजाब अकाली दल के दिग्गज नेताओं का पार्टी छोडक़र आम आदमी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है.

Updated on: 07 Feb 2022, 08:41 PM

नई दिल्ली :

आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब ने अकाली दल को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. चुनाव आचार संहिता लगने के बाद पंजाब अकाली दल के दिग्गज नेताओं का पार्टी छोडक़र आम आदमी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है. सोमवार को अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा जब लुधिआना के पूर्व जिला उपाध्यक्ष सोहन सिंह खोखर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. आप के पंजाब मामलों के प्रभारी जरनैल सिंह और प्रवक्ता मलविंदर कंग की मौजूदगी में सोहन सिंह खोखर ने समर्थकों समेत आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. आप का कहना है कि सोहन सिंह के आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी.

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सोहन सिंह खोखर अकाली दल के लुधियाना से जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. साथ ही शिअद से शिरोमणि कमेटी का चुनाव भी लड़ चुके हैं. इसके अलावा वह पार्टी की राज्य स्तरीय वर्किंग कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं. खोखर वर्तमान में लुधियाना जिला अदालत वेलफेयर एसोसिएशन तथा नंबरदार यूनियन लुधियाना के अध्यक्ष हैं. उनके साथ मोहाली जिला अदालत की बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अमरजीत सिंह लौंगिया भी अपने साथियों के साथ आप में शामिल हो गए. लौंगिया बार एसोसिएशन के 7 बार अध्यक्ष रह चुके हैं. एडवोकेट अमरजीत सिंह लौंगिया के साथ "नो दि नेबर एसोसिएशन" मोहाली फेज- 4 के अध्यक्ष एडवोकेट प्रीतपाल सिंह बस्सी, एडवोकेट जरनैल सिंह,एडवोकेट गुरप्रीत सिंह, एडवोकेट रोहित गर्ग,एडवोकेट रंजोत सिंह संधू, एडवोकेट रीत कमल हांडा, एडवोकेट रोहित कुमार,एडवोकेट परमिंदर सिंह और एडवोकेट जसमीत सरवारा ने भी आप का दामन थाम लिया.

आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद सोहन सिंह खोखर ने कहा कि अकाली दल की भ्रष्ट नीतियों से पंजाब के लोग तंग आ चुके हैं. पार्टी में अपने लोगों और कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है और बाहरी लोगों को अहमियत दी जा रही है. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए जनरैल सिंह ने कहा कि कांग्रेस का चन्नी को सीएम उम्मीदवार बनाने का फैसला उसके नेताओं को रास नहीं आ रहा. पंजाब के लोग तो पहले ही कांग्रेस से पीछा छुड़ाना चाहते हैं . लेकिन जब से कांग्रेस ने चन्नी को सीएम उम्मीदवार घोषित किया है तब से पार्टी के नेता भी निराश और हताश हैं. वे चुनाव से पहले ही अपनी हार को स्वीकार कर बैठे हैं.