UGC New Draft: कौन पीजी के बाद बन सकता है असिस्टेंट प्रोफेसर कौन नहीं? कंफ्यूजन करें दूर, UGC ने किया क्लियर

हाल ही में यूजीसी ने हायर एजुकेशन में टीचरों की भर्ती के लिए न्यू ड्राफ्ट तैयार किया है, जिसमें कई बदलाव किए गए हैं. लेकिन कई चीजों को लेकर कंफ्यूजन भी हो रहा है. इस कंफ्यूजन को यूजीसी ने क्लियर किया है.

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Priya Gupta
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UGC New Draft: हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने हायर एजुकेशन में अपडेट करने के लिए यूजीसी ने नई गाइडलाइन ड्राफ्ट की है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की खबरे सामने आ रही है. जिसे लेकर अब यूजीसी ने क्लियर कर दिया है.  सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें आ रही है कि अब असिस्टेंट बनने के लिए यूजीसी नेट अनिवार्य नहीं है. इस खबर को यूजीसी ने पूरी तरह से गलत बताया है. उन्होंने ये क्लियर किया है कि किसे यूजीसी नेट करने की जरूरत है और किसे नहीं. ऐसी खबरे सामने आ रही है कि अगर आपने पोस्ट ग्रेजुएशन कर लिया है तो आप असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं, हालांकि ये केवल कुछ विषयों के लिए लागू किया गया है. अगर आपको भी कंफ्यूजन हो रहा है तो यहां सही और पूरी जानकारी ले सकते हैं. 

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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर नियुक्ति के लिए नई दिशानिर्देश जारी किए हैं, जो कई विषयों और क्षेत्रों के अनुसार पात्रता मानदंड निर्धारित करते हैं.

किस के लिए यूजीसी नेट अनिवार्य?

कला (Arts), वाणिज्य (Commerce), मानविकी (Humanities), शिक्षा, कानून (Law), सामाजिक विज्ञान, विज्ञान (Science), भाषा (language), पुस्तकालय विज्ञान, शारीरिक शिक्षा, पत्रकारिता और जनसंचार (Journalism and communication), प्रबंधन (Management), नाटक, योग (Yog), संगीत (Music), परफॉर्मिंग आर्ट्स, विजुअल आर्ट्स, मूर्तिकला जैसे विषयों में कम से कम 55 प्रतिशत नंबर (या समकक्ष ग्रेड) के साथ परास्नातक (PG) डिग्री रखने वाले उम्मीदवारों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए यूजीसी नेट/सेट/एसएलईटी पास करना होगा.

इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में यूजीसी नेट जरूरी नहीं

इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी विभागों में, अगर उम्मीदवार के पास कम से कम 55 प्रतिशत नंबर (या समकक्ष ग्रेड) के साथ एमई या एमटेक जैसी पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री है, तो उन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए यूजीसी नेट पास करने की जरूरत नहीं है. यह अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के मानकों के अनुरूप है.

पीएचडी धारकों के लिए क्या है नियम ये भी जान लें

उपरोक्त सभी विषयों में, अगर उम्मीदवार के पास पीएचडी डिग्री है, तो वे यूजीसी नेट के बिना भी असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए पात्र होंगे.

पारंपरिक भारतीय कला रूपों में विशेषज्ञता

नाटक, योग, संगीत, परफॉर्मिंग आर्ट्स, विजुअल आर्ट्स, मूर्तिकला आदि पारंपरिक भारतीय कला रूपों में ग्रेजुएशन की डिग्री और संबंधित क्षेत्र में प्रोफेशनल उपलब्धियों वाले उम्मीदवार भी असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए पात्र हैं.

अब उम्मीदवार जिस विषय में पीएचडी, नेट या जेआरएफ जिस सब्जेक्ट में पास करेंगे, उसी विषय में लेक्चरर नियुक्त हो सकेंगे. यह जरूरी नहीं है कि ग्रेजुएशन और पोस्ट गेजुएशन उसी विषय में हो, उम्मीदवार जिस विषय में नेट या पीएचडी पास करेंगे, उसी में शिक्षक बन सकते हैं.

प्रमोशन के लिए मानदंड शोधपत्र, स्टार्टअप, उद्यमिता, नवाचार, पेटेंट, उद्योग साझेदारी आदि को प्रमोशन में महत्व दिया जाएगा. असिस्टेंट प्रोफेसर और प्रोफेसर पदों पर प्रमोशन के लिए पीएचडी और फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की ट्रेनिंग अनिवार्य होगी.

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