केवल पढ़ाई काफी नहीं, स्किल्ड होना भी जरूरी, UGC ने यूनिर्वसिटी के लिए तैयार किया खास प्लान

UGC ने हायर एजुकेशन के लिए जारी दिशा-निर्देश जारी किया है. इंडस्ट्री की जरूरतों के साथ शैक्षिक नॉलेज को भी ध्यान में रखा जाएगा. छात्रों के थ्योरी नॉलेज में प्रैक्टिकली उन्हें स्किल बनाने पर पूरा ध्यान दिया जाएगा.

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Priya Gupta
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UGC Guidelines: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने पूरे भारत में हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन में स्किल्ड बेस्ड कोर्सेस लागू करने के उद्देश्य से नए दिशा-निर्देश जारी किया है. यूजीसी ने यूनिवर्सिटी से कहा है कि बच्चों को ऐसी शिक्षा मिलनी चाहिए जो उनके भविष्य में काम आए. केवल शैक्षणिक योग्यता काफी नहीं है उन्हें स्किल्ड भी बनना होगा. ऐसे में हायर एजुकेशनल इंस्टीयूशन को ये जिम्मेदारी लेनी होगी कि उनके कोर्स भी ऐसे ही तैयारी किए है. यूजीसी ने जारी दिशा-निर्देश में कहा है कि इंडस्ट्री की जरूरतों के साथ शैक्षिक नॉलेज को भी ध्यान में रखा जाएगा.  छात्रों के थ्योरी नॉलेज में प्रैक्टिकली उन्हें स्किल बनाने पर पूरा ध्यान दिया जाएगा, जिससे उन्हें फ्यूचर में रोजगार को लेकर दिक्कत न हो. 

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क्या-क्या चीजें कोर्सेस में जोड़ी जाएगी

प्रस्तावित दिशा-निर्देश के अनुसार, हायर एजुकेशन संस्थानों को अलग-अलग सब्जेक्ट में स्किल्ड-बेस कोर्सेस या माइक्रो-क्रेडेंशियल प्रदान करने की सुविधा होगी. ये कोर्सेस इंडस्ट्री यूनिट, स्किल डिवेलपमेंट सेंटर या प्रोफेशनल इंस्टीट्यूशन के साथ पार्टनरशिप में किए जा सकते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे बाजार की मांगों को पूरा करते हैं.

दिशा-निर्देश में ये भी लिखा है कि ये हायर एजुकेशनल संस्थान उभरती हुई टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य सेवा, एग्रीकल्चर और अन्य प्राथमिकता वाले फील्ड को कवर करते हुए शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कोर्स करवा सकते हैं. हायर एजुकेशन संस्थानों को इन प्रोग्रामों को डिजाइन करने के लिए नेशनल स्किल्ड डिवेलपमेंट निगम (NSDC) और सेक्टर स्किल काउंसलिंग के साथ सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

हायर एजुकेशन में भी मिलेगी मदद

इन कोर्सेस में एडमिशन लेने वाले छात्रों को पूरा होने पर सर्टिफिकेट दिया जाएगा. जो बाद में उनकी डिग्री में हेल्प करेगा. UGC ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि कौशल-आधारित कोर्सेस से जो क्रेडिट मिलेगी उसे राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत मान्यता दी जानी चाहिए. इसके अलावा ऑनलाइन क्लासेस और ऑफलाइन क्लासेस भी करने के निर्देश दिए हैं. हायर एजुकेशन इस्टीयूशन को यूजीसी ने ये भी कहा कि कौशल विकास के लिए केंद्र बनाने और प्लेसमेंट के लिए काम करना है.

यह पहल हायर एजुकेशन को आज के समय में नौकरी बाजार के लिए अधिक रेलेवेंट बनाने और एकैडमिक एजुकेशन और प्रैक्टिकल स्किल के बीच की खाई को भरने की कोशिश है. 

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