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School Reopen: हरियाणा में फरवरी के पहले सप्ताह में खुलेंगे स्कूल, परीक्षा इस महीने में होगी आयोजित

दिल्ली और राजस्थान के बाद अब हरियाण में भी जल्द स्कूल खुलेगें. हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बताया कि 1 फरवरी या उसके आसपास की तारीख को कक्षा 6वीं से 8वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिया जाएगा.

Updated on: 21 Jan 2021, 10:08 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली और राजस्थान के बाद अब हरियाण में भी जल्द स्कूल खुलेगें. हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बताया कि 1 फरवरी या उसके आसपास की तारीख को कक्षा 6वीं से 8वीं तक के छात्रों के लिए स्कूल खोल दिया जाएगा. 15 फरवरी के बाद प्राइमरी स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस बार मार्च की जगह अप्रैल में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी.

शिक्षा मंत्री ने कहा, 'हमने इस साल सिलेबस को कम करने पर विचार किया है. इसके अलावा सालाना एग्जाम अप्रैल महीने में कराने की योजना है.' बता दें कि इससे पहले हरियाणा सरकार ने 9वीं से 12वीं तक के स्कूल पहले ही खोल दिये थे, कुछ कोरोना के मामले सामने आने के बाद कुछ जगह स्कूल दोबारा बंद करने पड़े थे.

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गौरतलब है कि तमिलनाडु सरकार ने लगभग 10 महीने के अंतराल के बाद मंगलवार को कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूल को फिर से खोलने की इजाजत दे दी. कोरोनावायरस महामारी के प्रसार के बाद पिछले साल अप्रैल में स्कूल बंद कर दिए गए थे.

मंगलवार को स्कूलों में उपस्थित होने वाले छात्रों के लिए उनके माता-पिता से एक सहमति पत्र लेना अनिवार्य था. मंगलवार को स्कूली छात्रों को मास्क पहने हुए स्कूल के बाहर कतार में खड़े होते हुए देखा गया, जहां उनका थर्मल स्कैनिंग हो रहा था.

सरकारी आदेशों के अनुसार, छात्रों को उनकी प्रतिरक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए मल्टी-विटामिन और जिंक की गोलियां भी दी गईं. तमिलनाडु सरकार ने पाठ्यक्रम में लगभग 40 प्रतिशत की कटौती करने की घोषणा की है और स्कूलों को पहले महत्वपूर्ण विषयों को पूरा करने का आदेश दिया.

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वहीं दिल्ली में 18 जनवरी से स्कूलों 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूलों को खोल दिया गया है. आगामी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए दिल्ली सरकार ने इन छात्रों के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. खास तौर पर बोर्ड परीक्षाओं से जुड़े प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट एवं प्रयोगशाला से जुड़ी गतिविधियों के मद्देनजर छात्रों को स्कूल आने की सुविधा प्रदान की गई है.

दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर भी तैयार किया है. स्कूलों के लिए इस स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर का पालन करना अनिवार्य होगा. स्कूलों को यह रिकॉर्ड रखना होगा कि कितने बच्चे स्कूल आ रहे हैं. हालांकि यह रिकॉर्ड छात्रों की अटेंडेंस के तौर पर इस्तेमाल नहीं होगा. कंटेनमेंट जोन में स्कूल नहीं खुलेंगे. कंटेनमेंट जोन में रहने वाले छात्र, अध्यापक व अन्य व्यक्ति स्कूल नहीं जाएंगे.