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IIT Madras: PhD स्कॉलर ने लिखा- I'm Sorry, Not Good Enough, जान दे दी

PhD student of IIT-Madras dies by suicide : मामला 31 मार्च का है, जब बंगाल के रहने वाले पीएचडी स्कॉलर ने अपने रूम में फांसी लगाकर जान दे दी. उसने जान देने से पहले वॉट्सऐप स्टेटस भी अपडेट किया था, जिसमें लिखा था, 'I'm Sorry, Not Good Enough'. उसका ये स्टेटस उसके मनोवैज्ञानिक दबाव में होने का इशारा करता है.

Updated on: 01 Apr 2023, 11:45 AM

highlights

  • IIT Madras के रिसर्च स्कॉलर ने दी जान
  • बंगाल के रहने वाले स्कॉलर की उम्र थी 32 साल
  • इस साल तीसरे छात्र ने आईआईटी मद्रास में दी जान

चेन्नई:

PhD student of IIT-Madras dies by suicide : इंडिया के टॉप एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स में सुसाइड के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. अकेले आईआईटी मद्रास ( Indian Institute of Technology-Madras ) में शुरुआती तीन महीनों में ही तीन छात्रों की मौत हो चुकी है. ताजा मामला 31 मार्च का है, जब बंगाल के रहने वाले पीएचडी स्कॉलर ने अपने रूम में फांसी लगाकर जान दे दी. उसने जान देने से पहले वॉट्सऐप स्टेटस भी अपडेट किया था, जिसमें लिखा था, 'I'm Sorry, Not Good Enough'. उसका ये स्टेटस उसके मनोवैज्ञानिक दबाव में होने का इशारा करता है. जान देने वाले पीएचडी स्कॉलर की उम्र 32 साल थी. 

साथियों ने पहुंचाया अस्पताल, हो चुकी थी मौत

सुसाइड करने वाले स्टूडेंट का नाम सचिन कुमार जैन बताया जा रहा है. वो IIT Madras के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग ( Mechanical Engineering Department at IIT Madras ) से पीएचडी कर रहा था. उसके साथियों ने बताया कि वो कैंपस से लौटा था और परेशान लग रहा था. हालांकि साथियों को लगा कि वो परेशान है, तो अपने कमरे में आराम करने गया होगा. लेकिन जब उन्होंने उसका वॉट्सऐप स्टेटस देखा, तो उनके होश उड़ गए. साथी छात्र भागकर सचिन के कमरे में पहुंचे और उसे तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

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टॉप एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स में बढ़े सुसाइड के मामले

एक आंकड़े के मुताबिक, आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी जैसे टॉप एजुकेशन इंस्टीट्यूशन्स में छात्रों की मौत के मामले तेजी से बढ़े हैं. आखिरी पांच सालों में ये आंकड़ा 61 छात्रों की मौत तक पहुंच गया है. इस साल के शुरुआती तीन महीनों में ही आईआईटी और एनआईटी के 6-7 छात्र अपनी जान दे चुके हैं.