Chanakya Niti: कारोबार में सफलता हासिल करने के लिए जानिए क्या कहती है चाणक्य नीति
Chanakya Niti: चाणक्य एक शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य को अर्थशास्त्र की काफी जानकारी थी. शायद यही वजह है कि चाणक्य जीवन में धन को महत्व काफी महत्व दिया करते थे.
highlights
- चाणक्य शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे, उन्हें अर्थशास्त्र की काफी गहरी जानकारी थी
- चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में धन, वाणिज्य और व्यापार को लेकर काफी अहम जानकारी साझा की है
नई दिल्ली:
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन करते हुए कोई भी व्यक्ति जीवन में सफलता अर्जित कर सकता है. उन्होंने जीवन में सफलता हासिल करने के लिए कई नीतियों (Chanakya Neeti) का जिक्र किया है. चाणक्य एक शिक्षक होने के साथ ही एक कुशल अर्थशास्त्री भी थे. चाणक्य को अर्थशास्त्र की काफी गहरी जानकारी थी. शायद यही वजह है कि चाणक्य जीवन में धन को महत्व काफी महत्व दिया करते थे. उन्होंने अपनी चाणक्य नीति में धन, वाणिज्य और व्यापार को लेकर काफी अहम जानकारी साझा की है. चाणक्य नीति के मुताबिक कारोबार के क्षेत्र में सक्रिय लोगों को कुछ खास बातों को ध्यान जरूर रखना चाहिए. उनका कहना था कि अगर कोई व्यक्ति इन नीतियों का पालन नहीं करता है तो उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं अगर इन नीतियों का पालन किया जाए तो व्यक्ति विपरीत परिस्थियों में भी बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है.
यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: लक्ष्मी जी रहती हैं मेहरबान जब घर में हो ऐसा माहौल
नए काम को शुरू करने से पहले कुछ अहम बातों का रखना चाहिए ध्यान
आचार्य चाणक्य के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति किसी काम को शुरू करने जा रहा है तो उसे उस काम को शुरू करने से पहले इस बात की जानकारी अवश्य होनी चाहिए कि वह इस काम को क्यों शुरू कर रहा है. यही नहीं इसकी भी जानकारी होनी चाहिए कि इस काम से अमुक व्यक्ति को कितना फायदा होगा और उसमें वह किस हद तक सफल हो सकता है. चाणक्य का कहना है कि अगर व्यक्ति के पास इन सवालों का जवाब है तो उस व्यक्ति को पूर्ण विश्वास और लगन के साथ काम शुरू कर देना चाहिए. वह व्यक्ति इस काम में सफलता हासिल कर सकता है. चाणक्य नीति के अनुसार जोखिम लेने की क्षमता रखने वाला व्यक्ति ही सफल कारोबारी साबित हो सकता है.
यह भी पढ़ें: Chanakya Niti : जहां पति-पत्नी में रहे प्यार, वहां माता लक्ष्मी रहने से कैसे करें इनकार
कठोर परिश्रम और अनुशासन से मिलती है सफलता
चाणक्य नीति कहती है कि अगर कोई व्यक्ति अनुशासन का पालन करता है और कठोर परिश्रम के लिए सदैव तैयार रहता है तो उस व्यक्ति को सफलता अर्जित करने से कोई भी नहीं रोक पाएगा. चाणक्य नीति के अनुसार कठोर परिश्रम सफलता की ओर पहला कदम है और अनुशासन के जरिए ही परिश्रम की भावना जागृति होती है. आचार्य चाणक्य का कहना था कि सफलता हासिल करने के लिए डर को मन से भगाना बेहद जरूरी है. चाणक्य नीति कहती है कि नाकाम होने का डर इंसान को कभी भी सफलता हासिल नहीं करने देगा. साथ ही अपनी बनाई गई योजना को भी किसी भी दूसरे व्यक्ति के साथ साझा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि आपकी योजना का रहस्य जानकर वह व्यक्ति आपको नुकसान पहुंचा सकता है. इसके अलावा कारोबार में किसी भी व्यक्ति फिर वह चाहे आपका घनिष्ठ मित्र ही क्यों ना हो उसके ऊपर भी आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य