logo-image

World Lion Day 10 Aug 2021: विश्व शेर दिवस पर पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात, लोगों को किया जागरूक

World Lion Day 10 Aug 2021: इस दिन शेर के बारे में जागरुकता बढ़ाने और उनकी घटती हुई संख्या को रोकने का संदेश दिया जाता है. हालांकि बीते कुछ वर्षों से शेरों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है जो कि काफी प्रसन्नता की बात है.

Updated on: 10 Aug 2021, 11:07 AM

highlights

  • भारत को एशियाटिक लॉयन का घर होने पर गर्व है
  • कुछ वर्षों से शेरों की संख्या में वृद्धि देखी गई है
  • शेर अधिकतर रात और सुबह के समय में शिकार करता है

नई दिल्ली:

World Lion Day 10 Aug 2021: विश्व भर में प्रत्येक वर्ष 10 अगस्त को विश्व शेर दिवस मनाया जाता है. इस दिन शेर के बारे में जागरुकता बढ़ाने और उनकी घटती हुई संख्या को रोकने का संदेश दिया जाता है. हालांकि बीते कुछ वर्षों से शेरों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है जो कि काफी प्रसन्नता की बात है. इसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करके दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'विश्व शेर दिवस' पर बधाई देते हुए कहा, 'भारत को एशियाटिक लॉयन का घर होने पर गर्व है। यह बात आपको और अधिक खुश करेगी कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में शेर आबादी में लगातार वृद्धि आई है।"

यह भी पढ़े: सूरज पंचोली के डांस आइडल हैं ऋतिक रोशन

शेर एक विशालकाय, सर्वाधिक चमत्कारी प्राणी है. शेर भारत में रहने वाली पांच पंथेरायन कैट्स में से एक है, जिसमें बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुआ, हिम तेंदुए भी शामिल हैं. प्राचीन भारतीय काल इतिहास में एशियाई शेर इंडो-गंगाटिक प्लेन में सिंध से लेकर पश्चिम में बिहार तक पाए जाते थे. अगर प्राचीन भारतीय इतिहास के साहित्य, पेंटिंग और राजस्व रिकॉर्ड का अवलोकन किया जाए तो मौर्य काल, गुप्तकाल और मुगलकालीन सल्तनत के शुरुआती काल में एशियाई शेर को रॉयल एनिमल माना जाता था. परंतु मुगलकालीन पीरियड से लेकर ब्रिटिश काल तक इनका व्यापक स्तर पर शिकार किया गया, जिसके फलस्वरूप ये भारत के अधिकतर क्षेत्रों से लुप्त हो गए. शेर अधिकतर रात और सुबह के समय में शिकार करता है। शेर 2-4 दिन में शिकार करता है, मगर यह एक सप्ताह तक भी बिना शिकार के रह सकता है। शेर अपने प्राकृतिक आवास में चीतल, नीलगाय सांभर और जंगली सुअर का शिकार करना पसंद करता है. एशियाई शेर 2-2.5 मीटर लंबा और इसका वजन 115-200 किलोग्राम होता है और यह छोटी दूरी में 65 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से अपने शिकार का पीछा कर सकता है.

यह भी पढ़े: लखनऊ में दूषित पानी पीने से 2 की मौत, कई अस्पताल में भर्ती

प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्मंत्री को एक और ट्वीट करते हुए लिखा, मुझे गिर शेरों के लिए सुरक्षित आवास सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का अवसर मिला. कईं पहल भी की गई जिसमें स्थानीय समुदायों और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं को शामिल किया गया ताकि आवास सुरक्षित हों और पर्यटन को भी बढ़ावा मिले.

यह भी पढ़े:भारत के नेतृत्व वाले यूएनएसी के समुद्री सत्र के बाद, पाकिस्तान ने सैन्यीकरण जारी रखने की धमकी दी