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Agneepath Scheme: अग्निवीरों का भविष्य होगा सुरक्षित, तीनों सेनाओं ने इग्नू संग MOU साइन किया

अग्निवीर बनने वाले युवाओं को स्नातक की डिग्री देने के लिए इग्नू के साथ तीनों सेनाओं ने मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया है. अब उम्मीदवारों को आसानी से ग्रेजुएशन का सर्टिफिकेट मिल सकेगा.

Updated on: 03 Jan 2023, 04:39 PM

highlights

  • अग्निवीरों का भविष्य और करियर सुरक्षित हो सकेगा
  • तीनों सेनाओं ने मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया
  • रोजगार के लिए डिग्री देश के साथ विदेशों में मान्यता प्राप्त होगी

नई दिल्ली:

Agneepath Scheme: अग्निवीर बनने वाले युवाओं को स्नातक की डिग्री देने के लिए इग्नू के साथ तीनों सेनाओं ने मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया है. अब उम्मीदवारों को आसानी से ग्रेजुएशन का सर्टिफिकेट मिल सकेगा. इससे अग्निवीरों का भविष्य और करियर सुरक्षित हो सकेगा. तीन साल का कोर्स खास तरह का होगा. इसमें स्किल ट्रेनिंग के आधार पर अग्निवीरों को प्रशिक्षित किया जाएगा. इसके साथ ड्यूटी के दौरान अग्निवीर अपनी पढ़ाई भी कर सकेंगे. अग्निवीरों को स्नातक की डिग्री के लिए 50% का क्रेडिट स्कोर स्किल ट्रेनिंग (टेक्निकल और नॉन टेक्निकल) के जरिए मिलेगा. वहीं 50 प्रतिशत अंक दूसरे विषयों से भी मिलेगा. कोर्स को लागू करने को लेकर आर्मी, एयरफोर्स, नेवी और इग्नू के बीच एमओयू साइन हो चुका है. रोजगार के लिए यह डिग्री देश के साथ विदेशों में मान्यता प्राप्त होगी. 

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The National Institute of Open Schooling (NIOS) के साथ तीनों ही सेनाओं ने मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया. अग्निवीर को स्किल सर्टिफिकेट भी मिलेंगे. इसके लिए National Council for Teacher Education (NCET) और तीनो सेनाओं के बीच भी MOU साइन हुआ. अग्निवीर को स्किल सर्टिफिकेट भी मिलेंगे. इसके लिए NCET और तीनो सेनाओं के बीच भी MOU साइन हुआ.

इतने वर्षों में मिल सकेगी डिग्री

अग्निवीरों को सेवा का पहला वर्ष खत्म होने पर सर्टिफिकेट दिया जाएगा. दूसरे साल बीतने के बाद ग्रेजुएट डिप्लोमा और तीसरा वर्ष खत्म होने के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री मिल जाएगी.  इग्नू द्वारा तैयार किया गया कोर्स संबंधित नियामक निकायों - अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) और यूजीसी (UGC) से मान्यता मिलेगी. UGC के तहत यह डिग्री बीए, बी कॉम, बीए (व्यावसायिक), बीए (पर्यटन प्रबंधन) जैसे कोर्स को शामिल करने वाली है. यह पाठ्यक्रम अग्निवीरों के सिविलियन करियर को आगे बढ़ाने में मददगार होगा. इस कोर्स इग्नू से मान्यता मिलेगी. इस कोर्स को करने के बाद अग्निवीर देश में ही नहीं बल्कि विदेश में रोजगार हासिल कर सकेंगे.