Indian Medical Students: फिलीपींस सरकार ने हाल ही में फिलीपीन मेडिकल एक्ट में बदलाव किया है, जिसके तहत अब इस देश में बाहर के स्टूडेंट्स मेडिकल की प्रैक्टिस कर सकते हैं. ये भारतीय सहित इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए ये अच्छी खबर है. साथ ही ये मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए ये सुनहरा मौका है. संशोधन में शैक्षणिक मानकों को बढ़ाने, नैतिक प्रथाओं को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि फिलीपींस राष्ट्र वैश्विक चिकित्सा शिक्षा में प्रतिस्पर्धी बना रहे, चिकित्सा शिक्षा परिषद और चिकित्सा के व्यावसायिक नियामक बोर्ड के निर्माण की शुरुआत की गई है.
भारतीय छात्रों की संख्या में हो सकता है इजाफा
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2024 में, 9665 भारतीय हायर एजुकेशन के लिए फिलीपींस में थे. करियर एक्सपर्ट के संस्थापक गौरव त्यागी कहते हैं कि इस बदलाव के बाद फिलीपीन मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए भारतीय छात्रों की संख्या में 25-30 प्रतिशत की बढ़ने की संभावना है. भारत से विदेशों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स काफी अच्छी है. अमेरिका, इंग्लैंड, रूस, यूक्रेन जैसे देशों में इंडिय सहित
सस्ते ट्यूशन फीस के कारण जाते है स्टूडेंट्स
ट्रांसवर्ल्ड एजुकेयर के मैनेजमेंट के निदेशक और किंग्स इंटरनेशनल मेडिकल एकेडमी के निदेशक कडविन पिल्लई ने इस बदलाव कोअच्छा बताया है,जिसमें भारत और फिलीपींस के शैक्षिक संबंधों को आगे बढ़ाने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि विदेशी छात्रों के लिए ये बेहतर ऑप्शन है. देश की अंग्रेजी-आधारित शिक्षा, अमेरिका बेस्ड सिलेबस और कम ट्यूशन फीस ने हर साल बाहरी छात्रों को अपनी ओर खींचा है. 64 मान्यता प्राप्त मेडिकल स्कूलों और ग्लोबल लेवल पर मान्यता प्राप्त रेजीडेंसी कोर्स में, फिलीपींस अच्छी शिक्षा और के लिए जाना जाता है.
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