Polytechnic Diploma: अगर आप भी इंजीनियर बनकर अपना करियर बनाना चाहते हैं लेकिन किसी वजह से इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन नहीं ले पा रहे हैं. तो आपके लिए इंजीनियरिंग के और भी विकल्प खुले हुए हैं. क्योंकि अगर बीटेक या बीई में एडमिशन ना मिले तो स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग के डिप्लोमा भी कर सकते हैं. जिसमें कम फीस लगती है और इसे करने के लिए आपको सिर्फ दो या तीन साल का ही समय लगता है. ऐसे में ये कोर्स करने के बाद आपको नौकरी भी तुरंत मिल जाती है. जिसमें आपको जूनियर इंजीनियर का पद मिलता है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं पॉलिटेक्नक डिप्लोमा के बारे में. जिसे करने के बाद आप सरकार और प्राइवेट दोनों नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं.
क्या है पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स?
बता दें कि पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स, इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ 2 और 3 साल का कोर्स है. जिसे आप 10वीं या 12वीं क्लास के बाद भी कर सकते हैं. पॉलिटेक्निक कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी के विभिन्न क्षेत्रों में कौशल प्रदान करना है. इन कोर्सों में छात्रों को शिक्षण के साथ व्यावहारिक प्रयोगशाला कार्य और उद्योग इंटर्नशिप भी कराते हैं.
पॉलिटेक्निक डिप्लोमा के फायदे
दरअसल, पॉलिटेक्निक कोर्स करने के बाद छात्रों को तुरंत नौकरी मिल जाती है. ये कोर्स के बाद आप सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं. इसके साथ ही पॉलिटेक्निक डिप्लोमा के बाद आप बी.टेक या बी.ई. भी कर सकते हैं.
ये हैं पॉलिटेक्निक डिप्लोमा कोर्स
1. कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग- इस कोर्स में स्टूडेंट्स को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, वेबसाइट डिजाइनिंग आदि सिखाई जाती है.
2. सिविल इंजीनियरिंग- इस कोर्स के तहत भवन निर्माण, सड़क निर्माण, पुल निर्माण का ज्ञान दिया जाता है.
3. मैकेनिकल इंजीनियरिंग- इसमें मशीनरी डिजाइन, विनिर्माण, ऑटोमोबाइल की जानकारी दी जाती है.
4. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग- इसमें बिजली उत्पादन, वितरण, और उपकरण शामिल हैं.
5. इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग- इस कोर्स में इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट, संचार की शिक्षा दी जाती है.
6. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग- इसमें वाहनों का डिजाइन, निर्माण, और रखरखाव के बारे में पढ़ाया जाता है.
7. इंस्ट्रुमेंटेशन और कंट्रोल इंजीनियरिंग- इसमें औद्योगिक प्रक्रिया नियंत्रण, माप, और स्वचालन की पढ़ाई शामिल है.
8. आईटी इंजीनियरिंग- इसमें सूचना प्रौद्योगिकी, नेटवर्क और डेटाबेस शामिल है.
ये भी पढ़ें: ये हैं भारत सरकार के बोर्डिंग स्कूल, जहां 12वीं क्लास तक होती है फ्री में पढ़ाई, ऐसे मिलता है एडमिशन
ये भी पढ़ें: दसवीं के बाद कर लें दो साल का ये कोर्स, पढ़ाई खत्म होते ही मिल जाएगी नौकरी