2026 में CBSE 10वीं बोर्ड दो बार, परीक्षा पैटर्न में हुआ बड़ा बदलाव

सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक गोपाल लाल यादव ने बताया कि 2026 से 10वीं बोर्ड परीक्षा वर्ष में दो बार होगी और प्रश्न पत्र तीन पार्ट ए, बी व सी में विभाजित रहेगा. आंसर सीट भी तीन भागों में होगी.

सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक गोपाल लाल यादव ने बताया कि 2026 से 10वीं बोर्ड परीक्षा वर्ष में दो बार होगी और प्रश्न पत्र तीन पार्ट ए, बी व सी में विभाजित रहेगा. आंसर सीट भी तीन भागों में होगी.

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Ravi Prashant
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सीबीएसई न्यूज Photograph: (ANI)

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के क्षेत्रीय निदेशक गोपाल लाल यादव ने स्पष्ट किया कि वर्ष 2026 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी. इसी परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने परीक्षा पैटर्न में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्र अब तीन भागों पार्ट A, पार्ट B और पार्ट C में विभाजित रहेगा. ठीक इसी तरह उत्तर पुस्तिका भी तीन अलग-अलग हिस्सों में दी जाएगी, ताकि विद्यार्थी उसी पार्ट में उत्तर लिखें जिसके अंतर्गत प्रश्न पूछा गया है. गलत पार्ट में लिखे गए उत्तरों का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा और उन पर अंक प्राप्त नहीं होंगे.

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उत्तर पुस्तिका के लिए सख्त नियम

बैठक के दौरान क्षेत्रीय निदेशक ने जोर देकर कहा कि विद्यार्थियों को सही पार्ट में उत्तर लिखने का अभ्यास स्कूलों में कराया जाना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर पार्ट A का आंसर पार्ट B में लिखा गया तो उसे गलत माना जाएगा. उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों को नए पैटर्न के अनुरूप अभ्यस्त करने की जिम्मेदारी स्कूलों की है. इस बार बोर्ड अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका उपलब्ध नहीं कराएगा. विद्यार्थियों को उत्तर पुस्तिका के पार्ट C का उपयोग अतिरिक्त पन्नों की तरह करना होगा. इसलिए स्कूलों को यह दिशा-निर्देश विद्यार्थियों तक अवश्य पहुंचाना चाहिए.

मॉडल पेपर जल्द होंगे जारी

बैठक में उपस्थित स्कूल प्रबंधकों ने पूछा कि नए पैटर्न के अनुरूप मॉडल पेपर कब जारी किए जाएंगे. इस पर क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि CBSE जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर मॉडल पेपर अपलोड कर देग. उन्होंने कहा कि इन मॉडल पेपरों के माध्यम से विद्यार्थी सही प्रारूप में उत्तर देने का अभ्यास कर सकेंगे. इससे परीक्षा के दौरान गलतियों की संभावना कम होगी और अंकन प्रक्रिया भी पारदर्शी बनेगी.

स्कूलों को पारदर्शिता बरतने की हिदायत

क्षेत्रीय निदेशक गोपाल लाल यादव ने कहा कि लाखों विद्यार्थियों का भविष्य शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन पर निर्भर करता है. इसलिए शिक्षकों को ईमानदारी और जिम्मेदारी से पढ़ाने की सलाह दी गई. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि कोई स्कूल बोर्ड को दी जाने वाली राशि का सही-सही हिसाब नहीं देता है तो उसकी संबद्धता समाप्त की जा सकती है. उन्होंने कहा कि CBSE मानकों से किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

ऑस्ट्रेलिया में खुलेंगे CBSE स्कूल

बैठक के दौरान एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि भारत सरकार जल्द ही ऑस्ट्रेलिया में CBSE स्कूल स्थापित करने के लिए वहां की सरकार के साथ MoU करने जा रही है. यह कदम भारतीय शिक्षा की वैश्विक पहुंच को मजबूत करेगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर CBSE के विस्तार का मार्ग प्रशस्त करेगा.

बैठक में हुई विविध चर्चाएं

पटना स्थित एक होटल में आयोजित इस बैठक में पाटलिपुत्र सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स के अध्यक्ष डॉ. राजीव रंजन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। बैठक में सैकड़ों प्राचार्य, स्कूल प्रबंधक और शिक्षक उपस्थित थे। सभी ने नए परीक्षा पैटर्न और बोर्ड की नीतियों पर विस्तार से चर्चा की.

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