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लिखने में हैं माहिर...? स्टोरीटेलिंग के जरिए कमा सकते हैं लाखों रुपए

आज लगभग लोग इंजीनियरिंग, मेडिकल और सरकारी नौकरियों के अलावा कुछ अलग क्षेत्रों में भी नौकरी की तलाश में हैं, तो क्या आप भी ऐसी ही किसी नौकरी की तलाश में हैं?

Updated on: 19 Dec 2023, 01:30 PM

नई दिल्ली:

आज लगभग लोग इंजीनियरिंग, डॉक्टरी और सरकारी नौकरियों जैसे पेशे में जा रहे हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इन सबके अलावा एक अलग विकल्प की तलाश में हैं, जिसमें वो अच्छा पैसा और आरामदायक जीवन बिता सकें. ऐसे में हम आपको बताएंगे कि कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें आराम के साथ-साथ बेहतर करियर भी है. हम बात कर रहे हैं स्टोरीटेलिंग लाइन की, आज इस क्षेत्र में लोग तेजी से आ रहे हैं. इसके जरिए लोग अपनी और दुनिया की कहानियां सुनाकर हजारों से लाखों रुपये कमा रहे हैं. तो आइए जानते हैं कि स्टोरीटेलिंग क्या है और इसमें करियर कैसे बनाया जा सकता है. वहीं, इस क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवर लोग क्या राय रखते हैं?

क्या है स्टोरीटेलिंग?

स्टोरीटेलिंग का मतलब है एक कहानी कहना या सुनाना, चाहे वह आपकी हो, दूसरों की हो या दुनिया की हो, जिसमें आप कई लोगों के सामने बड़े अदब के साथ कहानी सुनाते हैं. इस दौरान कहानी सुनाने वाला शख्स अपने बोलने के अंदाज से लोगों के बीच अलग जगह बना लेता है. वह ऐसी कहानियां सुनाते हैं कि लोग एक पल के लिए दूसरी दुनिया में खो जाते हैं. अब सवाल ये है कि क्या ये सिर्फ आपकी और हमारी कहानियां हैं या और भी कुछ है? इसमें आप लोगों को शिक्षा, प्रेरणा जैसे क्षेत्रों की कहानियां सुना सकते हैं जिनमें आपकी रुचि है. 

कैसे कमा सकते हैं लाखों रुपये?

अब आप सोच रहे होंगे कि कहानियां सुनाकर पैसे कैसे कमाए जा सकते हैं. तो चलिए हम आपको इसका जवाब भी दे देते हैं. इस फील्ड में आपको कई ऐसे प्लेटफॉर्म मिल जाएंगे जो आपको ऑफर देंगे और आपके शो के हिसाब से पार्टी आपको पैसे देगी. अगर आपका शो लगातार हिट होता रहेगा तो भविष्य में आपकी डिमांड अपने आप बढ़ जाएगी. इस क्षेत्र में काम करने वाली नम्रता झा कहती हैं कि कहानी सुनाना एक अलग शैली का पेशा है, इसमें वही लोग आ सकते हैं, जिनके भीतर कई कहानियां छिपी होती हैं.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

वो बताती हैं कि हमें बचपन से ही कहानियों को सुनाने में रुची थी. लेकिन शिक्षा ने नम्रता से 12वीं कक्षा के बाद ही किनारा कर लिया, जिम्मेदारियों के चलते उन्हें अपने परिवार को चलाने के लिए काम का सहारा लेना पड़ा. कोविड-19 महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन ने नम्रता की चिंता तब बढ़ा दी, जब यह उनके जीवन के सबसे कठोर इम्तेहानों को अपने साथ लेकर आया. उन्होंने लॉकडाउन में न सिर्फ अपनी नौकरी खो दी, बल्कि अपने पिता को भी खो दिया. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी लेखनी के बल पर आगे बढ़ने का फैसला किया. उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर मे जब वो प्रतिलिपी पर लिखती थीं तो कमाई कम थी, लेकिन बाद में जब उन्होंने Pocket FM और Pocket Novel पर लिखना शुरू किया तो उनकी कमाई 30 हजार रुपये तक पहुंच गई.

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