Canada Immigration Rule: कनाडा ने अपने इमिग्रेशन नियमों में बड़े बदलाव की घोषणा की है, जो खासकर भारतीय छात्रों और नौकरी के जरिए स्थायी निवास पाने की योजना बना रहे लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं. जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम में सुधार किया है, जो 2025 से लागू होगा. इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य इमिग्रेशन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना है.
क्या हैं नए नियम?
पहले, अगर किसी आवेदक के पास कनाडा में नौकरी का ऑफर होता था, तो उसे एक्स्ट्रा नंबर मिलते थे. यह एक्स्ट्रा नंबर उम्मीदवार की स्थायी निवास (PR) पाने की संभावना को बढ़ा देते थे. लेकिन अब, 2025 से यह नियम हटा दिया जाएगा.
क्यों उठाया यह कदम?
कनाडा सरकार का दावा है कि यह बदलाव लेबर मार्केट इम्पैक्ट असेसमेंट (LMIA) की अवैध खरीद-बिक्री को रोकने के लिए किया गया है. LMIA एक प्रकार का परमिट है, जो उम्मीदवारों को कनाडा में नौकरी पाने में मदद करता हैसरकार का मानना है कि नए नियमों से धोखाधड़ी कम होगी और केवल योग्य और कुशल लोग ही कनाडा की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनेंगे.
किसे होगा फायदा और किसे नुकसान?
नए नियम इमिग्रेशन प्रक्रिया को ईमानदार और पारदर्शी बनाएंगे. इसके तहत, केवल वास्तविक और कुशल कामगारों को कनाडा में काम करने और बसने का मौका मिलेगा. भारतीय छात्रों और उन लोगों को झटका लगेगा, जो कनाडा में नौकरी के जरिए स्थायी निवास की योजना बना रहे थे. नौकरी का ऑफर होने पर अंक न मिलने से उनका PR स्कोर कम हो सकता है.
कनाडा में भारतीय समुदाय पर असर
कनाडा में भारतीय छात्रों और कामगारों की संख्या काफी अधिक है. भारतीय छात्र वहां पढ़ाई करने के बाद अक्सर नौकरी के जरिए PR पाने की कोशिश करते हैं. नए नियमों से इन छात्रों के लिए स्थायी निवास पाना मुश्किल हो सकता है. खासतौर पर वे भारतीय जो कनाडा में पहले से काम कर रहे हैं, उन्हें अपने PR स्कोर के लिए अब अन्य तरीकों पर निर्भर रहना पड़ेगा.
ये भी पढ़ें-Yearender: 2024 पेपर लीक घटनाओं का साल, NEET, JEE, UGC नेट सहित कई परीक्षाएं को लेकर छात्र रहे परेशान
ये भी पढ़ें-UPPSC PCS Exam: यूपी पीसीएस परीक्षा की आंसर-की जारी, इस लिंक से करें डाउनलोड