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शैक्षणिक सत्र की भरपाई के लिए गोवा बोर्ड कम कर सकता है पाठ्यक्रम

कोरोना वायरस महमारी की वजह से विद्यालयों के बंद रहने के मद्देनजर गोवा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (जीबीएसएचएसई) 2020-2021 के लिए 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रमों को कम करने पर विचार कर रहा है.

Updated on: 09 Jul 2020, 03:44 PM

पणजी:

कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus Pandemic) की वजह से विद्यालयों के बंद रहने के मद्देनजर गोवा माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (जीबीएसएचएसई) 2020-2021 के लिए 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के पाठ्यक्रमों को कम करने पर विचार कर रहा है. जीबीएसएचएसई अध्यक्ष रामाकृष्णन सामंत ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि बोर्ड किसी भी फैसले पर पहुंचने से पहले ‘प्रिंसिपल फोरम’ और ‘गोवा हेडमास्टर्स एसोसिएशन’ के विचारों को ध्यान में रखेगा.

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सामंत ने कहा, ‘‘किसी भी अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पहले सभी पक्षों को विश्वास में लिया जाएगा. हम अगले कुछ दिनों में किसी फैसले पर पहुंचेंगे.’’ राज्य में 2020-21 शैक्षणिक सत्र की शुरुआत जून के पहले सप्ताह से होनी थी लेकिन यह अब तक शुरू नहीं हो सकी है. पिछले महीने गोवा शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि तटीय राज्य में 31 जुलाई तक विद्यालय बंद रहेंगे.

गोवा में बुधवार तक कोविड-19 के 2,039 मामले सामने आए हैं और आठ लोगों की मौत हुई है. मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने घोषणा की थी कि कोविड-19 की वजह से शैक्षणिक सत्र को हुयी क्षति की भरपाई की खातिर सीबीएसई ने तर्कपूर्ण तरीके से शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए पाठ्यक्रमों को 30 फीसदी तक कम किया है.

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महामारी पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश भर में कक्षाओं को बंद करने की घोषणा के बाद पूरे देश में विश्वविद्यालयों और स्कूलों में 16 मार्च से कक्षाएं बंद हैं. देशव्यापी बंद की घोषणा 24 मार्च को हुई. हालांकि बंद में कई तरह की रियायतें दी गई लेकिन स्कूल और कॉलेज अब भी बंद हैं.