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नोटबंदी का असर, 6-12 महीनों में 30 फीसदी तक सस्ते हो जाएंगे मकान

नोटबंदी के फैसले के बाद देश 42 बड़े शहरों में हाउसिंग प्रॉपर्टीज की कीमतों में अगले 6-12 महीनों में 30 फीसदी तक की कमी आ सकती है।

Updated on: 24 Nov 2016, 10:08 PM

highlights

  • अगले 6-12 महीनों में रियल एस्टेट की कीमतों में 30 फीसदी तक की कमी आ सकती है
  • प्रॉप इक्विटी की रिपोर्ट के मुताबिक देश के 42 शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतों में आएगी गिरावट

New Delhi:

नोटबंदी के फैसले के बाद देश 42 बड़े शहरों में हाउसिंग प्रॉपर्टीज की कीमतों में अगले 6-12 महीनों में 30 फीसदी तक की कमी आ सकती है। प्रॉप इक्विटी की रिपोर्ट के मुताबिक नोटबंदी से रिहायशी मकानों की बाजार कीमत को 8 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। इसमें 2008 के बाद से बेची गई और अब तक नहीं बिकी संपत्तियों का मूल्य भी शामिल है।

रिपोर्ट में कहा गया है, 'नोटबंदी के बाद भारत के रियल एस्टेट बाजार पर होने वाले असर से रिहायशी संपत्तियों की बाजार कीमत में अगले 6-12 महीनों में 802,874 करोड़ रुपये की कमी आने की उम्मीद है।'

प्रॉप इक्विटी की रिपोर्ट बताती है, 'रिसर्च के मुताबिक देश के 42 शहरों में बिकी और नहीं बिकी रिहायशी रियल एस्टेट की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आएगी और यह 30 फीसदी तक सस्ती हो सकती है।' रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा असर मुंबई में संपत्ति की कीमतों पर होगा। इसके बाद बेंगलूरू और गुरग्राम की संपत्ति पर असर पड़ेगा।