पश्चिम बंगाल में सामने आई निर्भया जैसी हैवानियत, पीड़िता की हालत नाजुक
निर्भया कांड की तरह ही पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में जमीन विवाद में एक महिला के कथित रिश्तेदार ने उससे बलात्कार किया और उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
नई दिल्ली:
निर्भया कांड की तरह ही पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में जमीन विवाद में एक महिला के कथित रिश्तेदार ने उससे बलात्कार किया और उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. महिला को जलपाईगुड़ी सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने बताया कि धूपगुड़ी पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले एक तालाब के पास महिला के साथ शनिवार रात कथित तौर पर उसके एक रिश्तेदार ने रेप किया.
पीड़िता के अनुसार आरोपी ने जमीन विवाद सुलझाने के नाम पर उसे घर से बाहर बुलाया फिर उसका रेप किया और प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल कर उसे यातनाएं दीं. उसने बताया कि आरोपी के साथ एक अन्य व्यक्ति भी था पर उसने कुछ नहीं किया. पुलिस ने बताया कि एक रिक्शा चालक ने महिला को देखा और उसे घर पहुंचाया. पीड़िता को रविवार सुबह धूपगुड़ी अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे जलपाईगुड़ी सदर अस्पताल भेज दिया गया.
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घटना के वक्त महिला का पति घर पर नहीं था. पुलिस ने बताया कि आरोपी और उसके साथ मौजूद अन्य व्यक्ति को हिरासत में ले कर पूछताछ की जा रही है.
बता दें कि कुछ महीने पहले हुए जम्मू के कठुआ कांड और उत्तर प्रदेश के उन्नाव कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. जिसके बाद सरकार ने नाबालिग बच्चियों से रेप करने वालों के लिए कड़ी सजा का प्रावधान करने का फैसला लिया था. इसके बावजूद लड़कियों के प्रति हैवानियत कम होने का नाम नहीं ले रही है.
100 से अधिक महिलाओं के साथ रोज़ होता है रेप
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में देशभर में महिलाओं के साथ रेप के कुल 38947 मामले सामने आए, मतलब हर रोज औसतन 107 महिलाओं के साथ रेप होता है. जबकि 2014 में यह औसत 90 के करीब था. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (NCRB) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 2013 में भारत में बलात्कार की घटनाओं की संख्या बढ़कर 33,707 हो गयी जो 2012 में 24,923 थी। वर्ष 2013 में 15,556 मामलों में दुष्कर्म पीड़ितों की उम्र 18 से 30 साल के बीच थी.
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NCRB के आंकड़ों के मुताबिक, 2016 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 338954 मामले सामने आए. मतलब देशभर में रोज औसतन 928 महिलाएं किसी न किसी अपराध का शिकार हुईं.
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