देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इस खबर को सुनने के बाद लोग यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि यहां चोरों ने लोहे का पुल ही चुरा लिया. यह खबर तेजी से फैली तो अधिकारियों के होश उड़ गए. पुलिस ने बताया कि पुल का वजन करीब 60 क्विंटल था. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आपको बता दें कि यह मामला मुंबई के मलाड वेस्ट का है, जहां अडानी इलेक्ट्रिसिटी द्वारा बिजली के तारों को ट्रांसफर करने के लिए 90 फीट लंबा लोहे का पुल तैयार किया गया था.
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पुल कैसे चोरी हो गया?
पुलिस ने आगे बताया कि नाले पर स्थायी पुल के निर्माण के बाद कुछ महीने पहले अस्थायी पुल को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया था. इसके बाद 26 जून को अस्थायी पुल गायब हो गया. इस मामले में बिजली कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि पुल को आखिरी बार 6 जून को देखा गया था. अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, इसलिए आसपास के इलाकों में लगे कैमरों की जांच की गई. जांच में पता चला कि 11 जून को पुल को एक बड़े वाहन पर लादकर ले जाया गया था.
आखिर कैसे मामले का उजागर हुआ?
पुलिस ने रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर गाड़ी का पता लगा लिया. इसके बाद पता चला कि उस गाड़ी में गैस कटर भी मौजूद थे. जिनका उपयोग पुल को काटने के लिए किया जाता था. इस गैस कटर की मदद से 6,000 किलो वजनी पुल गायब हो गया है. जांच में पुलिस ठेकेदार से भी पूछताछ के लिए पहुंची और यहीं से पूरा मामला सामने आया. पुलिस ने उस कर्मचारी और तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. वही साइट से लोहे का पुल भी बरामद हुआ है.
Source : News Nation Bureau