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Shradha Murder Case: आफताब के पिता से संपर्क नहीं साध पाई पुलिस, श्रद्धा के दोस्त का बयान दर्ज

सूत्रों के अनुसार, लक्ष्मण का बयान दर्ज करने में करीब 4-5 घंटे लग गए. आगे दिल्ली पुलिस की टीम ने जिस घर में श्रद्धा और आफताब किराए पर रहते थे, उसके मालिक  का भी बयान दर्ज किया.

Updated on: 19 Nov 2022, 11:10 AM

highlights

  • श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण का बयान दर्ज करने में करीब 4-5 घंटे लगे
  • पालघर जिले के वसई इलाके में किराए के मकान पर रहती थी श्रद्धा
  •  कोर्ट ने आफताब का पांच दिनों के भीतर नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया है

नई दिल्ली:

पूरे देश को झकझोर देने वाले श्रद्धा वाकर हत्याकांड (Shradha Murder Case) की जांच को लेकर पुलिस कई जगहों से सबूत एकत्र करने में लगी हुई है. दिल्ली के साथ महाराष्ट्र पुलिस सक्रियता के साथ इस केस से जुड़ी अहम कड़ियों को जोड़ने में लगी है. अब दिल्ली पुलिस की टीम महाराष्ट्र के पालघर के जिले वसई में पहुंची. यहां पर उसने श्रद्धा के करीबी दोस्त लक्ष्मण नादर का बयान दर्ज किया है. गौरतलब है कि सनसनीखेज मामले में आफताब अमीन पूनावाला ने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की गला दबाकर हत्या कर, उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए. इन टुकड़ो को उसने राजधानी के छतरपुर इलाके के जंगलों में फेंक दिया. अब पुलिस आफताब के खिलाफ सबूतों को एकत्र करने में लगी हुई है.

सूत्रों के अनुसार, श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण का बयान दर्ज करने में करीब 4-5 घंटे लग गए. आगे दिल्ली पुलिस की टीम ने जिस घर में श्रद्धा और आफताब किराए पर रहते थे, उसके मालिक का भी बयान दर्ज किया. गौरतलब है कि श्रद्धा दिल्ली जाने से पहले पालघर जिले के वसई इलाके में किराए के मकान पर रहती थी. मानिकपुर थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्थानीय पुलिस दिल्ली की टीम को हर जरूरी मदद मुहैया कराएगी. दिल्ली पुलिस ने मानिकपुर थाने की मदद से आफताब के परिवार से संपर्क करने की कोशिश की. इस दौरान आफताब के पिता का मोबाइल नंबर बंद हो गया, उसके परिवार से  संपर्क नहीं हो सका. 

दिल्ली पुलिस श्रद्धा के उन दोस्तों के भी बयान दर्ज करेगी, जो 2019 से श्रद्धा के संपर्क में थे. इसके साथ पुलिस उस कॉल सेंटर के मैनेजर से भी पूछताछ करेगी. यहां पर श्रद्धा काम करती थी. दिल्ली पुलिस ने बीते हफ्ते श्रद्धा के पिता की शिकायत पर छह महीने पुराने ब्लाइंड मर्डर मामले को सुलझा लिया और आफताब अमीन पूनावाला को गिरफ्तार कर लिया.

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दरअसल, आफताब और श्रद्धा एक ​डेटिंग साइट एप के जरिए मिले थे. मुंबई में मिलने के बाद वे छतरपुर में किराए के मकान में साथ रह रहे थे. दिल्ली पुलिस को श्रद्धा के पिता से शिकायत प्राप्त हुई और 10 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में ऐसा खुलासा हुआ कि आफताब पूनावाला ने 18 मई को श्रद्धा की हत्या की और बाद में उसके शव को ठिकाने लगाने की योजना तैयार की. 

आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने मानव शरीर रचना के बारे में पढ़ाई की थी.  पुलिस के अनुसार, आफताब ने गूगल पर सर्च करने के बाद कुछ केमिकल से फर्श से खून के धब्बे साफ किए. वहीं दाग लगे कपड़ों को डिस्पोज कर दिया. उसने शव को बाथरूम में काटा. उसने एक दुकान से फ्रिज खरीद लिया. इसके बाद उसने शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर फ्रिज में रख दिए. इस बीच, दिल्ली की एक कोर्ट रोहिणी फॉरेंसिक साइंस लैब को श्रद्धा वाकर हत्या मामले में आरोपी आफताब पूनावाला का पांच दिनों के भीतर नार्को टेस्ट कराने का आदेश दिया है.