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रांची हिंसा : आरोपियों पर कसा शिकंजा,  26 नामजद और 10 हजार से ज्यादा अज्ञात पर मामला दर्ज

रांची के मेन रोड और डेली मार्केट इलाके में भारी हिंसा और उपद्रव के खिलाफ रांची के तीन अलग-अलग थानों में नौ एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें 26 नामजद व दस हजार अज्ञात को आरोपित बनाया गया है.

Updated on: 12 Jun 2022, 12:10 PM

highlights

  • मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित
  • अब तक दर्ज हो चुके हैं 9 एफआईआर
  • अब भी 12 थाना क्षेत्रों में धारा-144 है लागू 

रांची:

रांची में हालात सामान्य होने लगे हैं. 36 घंटे बाद रविवार सुबह से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई. मेन रोड को छोड़ शहर के ज्यादातर इलाकों में दुकानें खुल गयी हैं.हालांकि, एहतियात के तौर पर रांची के 12 थाना क्षेत्रों में अब भी धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रखी गई है. गौरतलब है कि भाजपा की बर्खास्त प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नेता नवीन जिंदल के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान रांची के मेन रोड शुक्रवार को दोपहर नमाज के बाद रणक्षेत्र में तब्दील हो गया था. यहां हालात इस कदर बेकाबू हो गए थे कि पुलिस को गोली चलानी पड़ी. कई घंटों की मशक्कत के बाद बमुश्किल पुलिस हालात पर काबू कर सकी थी. रांची के मेन रोड और डेली मार्केट इलाके में भारी हिंसा और उपद्रव के खिलाफ में रांची के तीन अलग-अलग थानों में नौ एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें 26 नामजद व दस हजार अज्ञात को आरोपित बनाया गया है.

इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर

इनमें डेली मार्केट थाने में तीन केस, लोअर बाजार थाने में पांच केस और हिंदपीढ़ी थाने में एक केस दर्ज किया गया है. इनमें पुलिस-प्रशासन की ओर से चार केस दर्ज कराया गया है, जबकि चार केस अलग-अलग पब्लिक पिटीशन पर दर्ज हुए हैं. एक केस बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन की ओर से भी दर्ज कराया गया है. दरअसल शुक्रवार को नितिन नवीन एक निजी समारोह में गए थे और भीड़ ने उनपर भी हमला किया था. इस दौरान वे बाल-बाल बच गए थे. सभी मामलों में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है.

जांच के लिए एसआईटी का गठन
सरकार अब इन उपद्रवियों की शिनाख्त में लग गई है...पूरे प्रकरण की जांच और उपद्रवियों की धरपकड़ के लिए सिटी एसपी अंशुमान कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है...इस एसआईटी में कोतवाली डीएसपी, सिटी डीएसपी, साइबर सेल की डीएसपी, कोतवाली थानेदार, लोअर बाजार थानेदार, हिंदपीढ़ी, चुटिया सहित कई थानों के थानेदार को शामिल किया गया है. पुलिस ने शनिवार से ही छापेमारी शुरू कर दी है, सबसे पहले शनिवार को पुलिस ने डेली मार्केट के आसपास की दुकानों में छापेमारी की. खबर ये है कि इन इलाकों में कुछ दो पहिया वाहन भी पुलिस ने जब्त किए हैं, जिनमें झारखंड से बाहर की गाड़ियां शामिल हैं. पुलिस को खबर ये मिली हैं कि इसी मार्केट एरिया में  पत्थर व हथियार छिपाए गए थे. लिहाजा, पुलिस अब हर दुकान की तलाशी ले रही है. पुलिस पथराव वाले स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि उपद्रवियों की पहचान हो सके.

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इलाके में तनाव के बीच धारा 144 लागू
 रांची में हालात अब बिल्कुल नियंत्रण में है मगर पुलिस बल की पूरी तैनाती की गई है. एहतियातन शहर के 12 थाना क्षेत्रों में धारा-144 लागू कर उसका पालन कराया जा रहा है, ताकि हिंसा और उपद्रव से बचा जा सके. रांची के हिंसाग्रस्त मेन रोड क्षेत्र में रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि आसापास के संवेदनशील इलाकों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आईजी रैंक और डीआईजी  रैंक के एक-एक अधिकारियों के अलावा एसपी  रैंक के छह अधिकारियों और डीएसपी रैंक के सौ अधिकारियों के साथ लगभग 2,500 पुलिस कर्मियों को भेजा गया है.