मॉब लिंचिंग: बेतिया में बुलंदशहर जैसी घटना, भीड़ ने थाने में हवलदार को पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट

बिहार के पश्चिम चंपारण के बेतिया में होली के मौके पर पुलिस वाले की गुंडागर्दी भारी पड़ गई. पुलिस हिरासत में एक नौजवान की मौत की खबर से भड़के इलाके के लोगों ने  बलथर थाने को आग के हवाले करने के साथ ही, एक हवलदार को पीट-पीटकर मार दिया.

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Iftekhar Ahmed
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बेतिया में बुलंदशहर जैसी घटना, भीड़ ने थाने में हवलदार को पीट-पीटकर उ( Photo Credit : News Nation)

बिहार के पश्चिम चंपारण के बेतिया में होली के मौके पर पुलिस वाले की गुंडागर्दी भारी पड़ गई. पुलिस हिरासत में एक नौजवान की मौत की खबर से भड़के इलाके के लोगों ने  बलथर थाने को आग के हवाले करने के साथ ही, एक हवलदार को पीट-पीटकर मार दिया. दरअसल, पुलिस एक युवक को होली पर डीजे बजाने के आरोप में उठाकर ले आई थी. बताया जाता है कि इस दौरान पुलिस ने युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. युवक की मौत की खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. इसके बाद इलाके के लोगों ने  बलथर थाने का घेराव कर लिया. उग्र भीड़ को देखकर सभी पुलिस कर्मी थाने से फरार हो गए, लेकिन एक हवलदार भीड़ के हत्थे चढ़ गया. जिसे गुस्साई भीड़ ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया.

ऐसे भड़का जनाक्रोश
19 मार्च यानी होली के दिन डीजे बजने की सूचना के बाद करीब 10-11 बजे बेतिया के बलथर थाने की पुलिस टीम आर्य नगर गांव में पहुंची. इसके बाद डीजे बजाने के आरोप में पुलिस अनिरुद्ध यादव नाम के एक युवक को उठाकर थाने ले आई. गौरतलब है कि जिले में जिलाधिकारी के आदेश पर होली के दिन डीजे पर प्रशासन ने रोक लगा रखी थी. बताया जाता है कि इस दौरान युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे युवक की मौत हो गई. इसके बाद दोपहर 3 बजे युवक की पुलिस हिरासत में मौत की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई. इसके बाद इलाके में उपद्रव शुरू हो गया.

शाम 4 बजे  उपद्रवियों ने पूरे इलाके पर कर लिया कब्जा
इसके बाद शाम तकरीबन 4 बजे भीड़ ने थाना समेत पूरे इलाके को घेर लिया. थाने से लेकर सड़क तक पर हर तरफ उपद्रवी ही नजर आ रहे थे. इस दौरान पुलिस समेत जिसकी भी गाड़ी सामने आई उपद्रवियों ने उसे आग के हवाले कर दिया. इसी दौरान भीड़ ने पुलिस की  एक जीप को घेर लिया, उपद्रवियों के आरादे भांपते हुए जीप में सवार पुलिस वाले जान बचाकर मौके से भाग गए.

थाने में घुसकर की गई हवलदार की मॉब लिंचिंग
उपद्रवी इतने बेकाबू हो गए कि वे थाने में घुस गए. उपद्रवियों के गुस्से से सहमे पुलिस वाले वक्त से पहले ही फरार हो गए. हालांकि, थाने में मौजूद एक हवलदार राम जतन सिंह बहुत ही बदकिस्मत निकले, उन्हें भीड़ ने थाने के कैम्पस में ही घेर लिया. इसके बाद उन्हें पीट-पीट कर मौत की नींद सुला दिया. इस हादसे का दुखद पहलू ये है कि जिस हवलदार राम जतन सिंह की मौत हुई है, वह उस थाने का स्टाफ ही नहीं था. वो पुरुषोत्तमपुर थाना में तैनात थे, लेकिन वहां रहने की कोई व्यवस्था नहीं नहीं होने की वजह से वो बगल के बलथर थाने के कैम्पस में ही रहते थे. जिस वक्त उपद्रवियों ने थाने पर धावा बोला तो वे वहीं मौजूद थे. उनकी न तो इस पूरी घटना में कोई भूमिका थी और न ही उस थाने में तैनाती. इसके बावजूद उपद्रवियों ने उन्हें ही मार डाला. इसके बाद तीन घंटे तक बलथर इलाका हिंसा की आग में जलता रहा.

उपद्रवियों ने एक के बाद एक 6 गाड़ियां फूंकीं
पूरे मामले की जानकारी देते हुए बेतिया के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि हालात बुरी तरह से बिगड़ चुके थे. घटना को कंट्रोल करने के लिए मौके पर पहुंची सिकटा और कंगली थाने की पुलिस भी उपद्रवियों की भीड़ के आगे नहीं टिक पाई. उन्होंने बताया कि हालात इतने खराब हो चुके थे कि एसएसबी (सीमा सुरक्षा बल) के जवानों के मौके पर आते ही भीड़ ने उन्हें भी खदेड़ दिया. हालात पूरी तरह बेकाबू हो चुके थे, थाने समेत पूरे इलाके पर भीड़ ने कब्जा कर लिया था. इसके बाद एसपी खुद अपने साथ करीब 2 हजार पुलिस फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे तब जाकर पुलिस हालात को कंट्रोल कर पाए. बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि तब तक भीड़ 6 गाड़ियों को अपना निशाना बनाते हुए आग के हवाले कर चुकी थी. इनमें से तीन गाड़ियां थाने की थीं, जबकि भीड़ के हत्थे चढ़ी बाकी गाड़ियों में एक गाड़ी फायर ब्रिगेड की, एक गाड़ी मालखाना की और दो प्राइवेट गाड़ी थी, जिसमें एक सर्किल इंस्पेक्टर की गाड़ी भी शामिल है.

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इस खबर से भड़की हिंसा
घटना के बाद गांव वालों ने बताया कि तकरीबन दोपहर के 3 बजे जब वो लोग अनिरुद्ध को छुड़ाने के लिए बलथर थाने पहुंचे तो उन्हें पता चला कि अनिरुद्ध की मौत हो गई है. गांव वालों का आरोप है कि कस्टडी में अनिरुद्ध की बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हुई. इन लोगों का कहना है कि पुलिस ने बंदूक की बट से उसके सिर पर मारा, जिससे उसकी थाने में ही मौत हो गई. इसके बाद दिखावे के लिए पुलिस उसे अस्पताल ले गई.

उपद्रव के आरोप में 14 गिरफ्तार
बेतिया के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के साथ पहुंची टीम ने देर रात मृतक अनिरुद्ध का पोस्टमार्टम कराया. तनाव और उपद्रव को देखते हुए पोस्टमार्टम में पूरी सावधानी बरती गई. पूरा पोस्टमार्टम दंडाधिकारी की देखरेख में कराया गया और इसकी वीडियो ग्राफी भी कराई गई, ताकि बाद में कोई सवाल न उठा सके. इसके साथ ही पुलिस ने हवलदार राम जतन सिंह की मॉब लिंचिंग के अलावा थाने पर उपद्रवियों के हमले के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके साथ ही आरोपियों को पकड़ने के लिए देर रात तक इलाके में छापेमारी चली. बताया जाता है कि अब तक पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है.

HIGHLIGHTS

  • युवक की हिरासत में मौत से भड़के ग्रामीण
  • गुस्साए लोगों ने थाने को किया आग के हवाले
  • 6 गाड़ियों को फूंका गया, हवलदार की भी मौत
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