logo-image

सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला के नाम पर 1 करोड़ की ठगी

वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से ₹1 करोड़ से अधिक की ठगी की गई. जालसाजों ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला के नाम से कंपनी को संदेश भेजकर पैसे ट्रांसफर करने की मांग की.

Updated on: 10 Sep 2022, 11:29 PM

मुंबई:

वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) से ₹1 करोड़ से अधिक की ठगी की गई. जालसाजों ने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला के नाम से कंपनी को संदेश भेजकर पैसे ट्रांसफर करने की मांग की. पुणे पुलिस ने भी घटना की पुष्टि की है. इस संबंध में पुणे की बुंड गार्डन पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह धोखाधड़ी बुधवार और गुरुवार की दोपहर के बीच हुई. वरिष्ठ निरीक्षक प्रताप मानकर ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत धोखाधड़ी और अपराधों के लिए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.

एसआईआई के निदेशकों में से एक सतीश देशपांडे की ओर से पुलिस को दी गई प्राथमिकी के अनुसार अदार पूनावाला के रूप में पेश करने वाले व्यक्ति से व्हाट्सएप संदेश प्राप्त भेजा. इस संदेश में फर्म के वित्त प्रबंधक से कहा गया है कि देशपांडे को कुछ बैंक खातों में तुरंत धन हस्तांतरित किया जाए. लिहाजा, सीईओ का मैसेज मानते हुए कंपनी के अधिकारियों ने ₹1,01,01,554 ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए. हालांकि, इन लोगों ने बाद में महसूस किया कि पूनावाला ने कभी भी ऐसा कोई व्हाट्सएप पर संवाद नहीं भेजा था. जब इस बात की बाद में तफ्तीश की गई तो फ्रॉड का खुलासा हुआ. वहीं, इस मामले में निरीक्षक मानकर ने कहा कि जांच चल रही है.

यह भी पढ़ेंः जागरण से लौट रहे युवक के गुप्तांग में पिटबुल ने काटा, पेशाब की नली डैमेज

पुणे पुलिस ने मीडिया से बताया कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी की धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना) और 34 (सामान्य इरादा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने आगे कहा कि व्हाट्सएप भेजने वाले आरोपी और बैंक खाता रखने वालों की पहचान और उन्हें गिरफ्तार किया जाना बाकी है.

गौरतलब है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया एक भारतीय जैव प्रौद्योगिकी और बायोफार्मास्युटिकल्स कंपनी है, जिसका पुणे के पास एक संयंत्र है. कंपनी अन्य टीकों के बीच कोरोना वायरस के खिलाफ इस्तेमाल होने वाले कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन करती है.