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मंदिर में नमाज पढ़ने वाला फैजल कोरोना पॉजिटिव, ओपन कोर्ट में हुई पेशी

न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार कोरोना पॉजिटिव की कोर्ट में पेशी

Updated on: 03 Nov 2020, 11:28 PM

नई दिल्ली:

मथुरा के नंद बाबा मंदिर में नमाज पढ़ने के मामले में हिरासत में लिए गए आरोपी फैजल की मथुरा के छाता कोर्ट में पेशी करवाई गई आपको बता दें कि फैजल कोरोना पॉजिटव पाया गया था. न्यायपालिका के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज को कोर्ट में पेश किया गया हो. फैजल की ओपन कोर्ट में सुनवाई हुई और उसके बाद फैजल को कोरोना पॉजिटिव अस्थाई जेल भेज दिया गया.

आपको बता दें कि इसके पहले सोमवार को फैजल को पुलिस ने मंदिर में नमाज पढ़ने के बाद हिरासत में ले लिया था.  एसएसपी गौरव ग्रोवर ने मंदिर में नमाज पढ़ने वाले आरोपियों हिरासत में लेकर पूछताछ की. आपको बता दें कि इसके पहले सोमवार को मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी ने  फैसल खान, मोहम्मद चांद, नीलेश और आलोक नाम के युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी. धारा 153-A, 295 ,505, के तहत बरसाना थाने में FIR दर्ज की गई थी. इन सभी युवकों पर मंदिर की मर्यादा का उल्लंघन और हिंदू समाज के लोगों की भावनाओं को आहत पहुंचाने का आरोप लगाया गया है.

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वहीं बताया जा रहा है कि मंदिर सेवायतों को गुमराह कर के मंदिर परिसर में धोखे से नमाज अदा की गई थी. मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी के मुताबिक, उन्होंने नमाज अदा करने की कोई अनुमति नहीं दी थी. हालांकि इन लड़कों से उनकी बातचीत जरूर हुई थी. नमाज धोखे से पढ़ी गई थी. एसएसपी गौरव ग्रोवर ने इस पूरे मामले की जांच खुफिया विभाग को भी सौंपी है. मंदिर में नमाज पढ़ने और उसकी फोटो, वीडियो वायरल करने के पीछे सभी युवकों का क्या इरादा था इसकी भी जांच की जा रही है.

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खबरों के मुताबिक, दिल्ली के संस्था खुदाई खिदमतगार के सदस्य फैजल खान और मोहम्मद चांद गांधीवादी कार्यकर्ता निलेश गुप्ता और आलोक रत्न के साथ नंदगांव के नंदबाबा मंदिर पहुंचे थे, जहां उन्होंने दोपहर के समय नमाज अदा की. इसके बाद मंदिर में नमाज की फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. फोटो वायरल होने के बाद हिंदू समाज, मंदिर प्रशासन और हिंदू सगठनों में गुस्से का माहौल है.