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पुलिस ने किया जीना हराम, परिवार के तीन लोगों को गंवानी पड़ी जान

हरियाणा (Haryana crime) के जींद से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जहां एक ही परिवार के तीन लोगों ने फांसी से लटककर आत्महत्या कर ली है. इस घटना से न सिर्फ लोगों के मन में बल्कि पुलिस के सामने भी सवाल खड़े हो गए है.

Updated on: 23 Dec 2021, 11:42 AM

हरियाणा:

हरियाणा (Haryana crime) के जींद के नरवाना (haryana jind crime) के गांव धनौरी से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां मंगलवार रात को एक परिवार के तीन लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide case) कर ली. मां, बाप और बेटे की एक-साथ की गई आत्महत्या ने सबको चौंका दिया है. सूचना मिलते ही मिलते ही एसपी नरेन्द्र बिजरानिया व एएसपी कुलदीप सिंह मौके पर पहुंचे. तीनों के शव (crime news) को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पतला में पहुंचाया गया. इस घटना ने ना सिर्फ लोगों के मन में बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए है. 

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आपको बता दें कि मरने से पहले 48 साल के ओमप्रकाश, उसकी 45 साल की पत्नी कमलेश और 20 साल के बेटे सोनू ने (3 people committed suicide) पुलिस पर कई सवाल उठाए हैं. परिजनों ने थाना प्रबारी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग को लेकर तीनों शव गढ़ी थाना के बाहर रख दिए है और जींद-खनौरी मार्ग को जाम कर दिया है. सोशल मीडिया पर डाली गई वीडियो में परिवार के लोग पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा रही है. इसके साथ ही उन्होंने शव उठाने से भी मना कर दिया है. सोशल मीडिया पर डाली गई वीडियो के अनुसार, उनका कहना है कि नन्हूं की हत्या के मामले में पूरे गांव और गली ने उनका साथ छोड़ दिया. लोग उन्हें शक की नजर से देखते हैं. ऐसे में उन्होंने आत्महत्या (haryana suicide case) करने का फैसला लिया. घटना से जहां लोग चौंक रहे हैं, वहीं पुलिस पर भी उंगलियां उठ रही हैं.

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उनके परिजनों का कहना है कि गढ़ी थाना प्रभारी पवन कुमार ने दूसरे समूह के साथ मिलकर पीड़ित परिवार (haryana family crime) को झूठे मुकदमे में फंसाकर टॉर्चर किया. जिसकी वजह से उन्हें तंग आकर इतनी बर्बरता से अपनी जान गंवानी पड़ी.

आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर डाली गई वीडियो में सोनू ने बताया कि रात को करीब आठ बजे उनके दरवाजे पर हमला हुआ. इस पर उसने पुलिस को फोन किया. गढ़ी पुलिस ने मौके पर पहुंच कर कार्रवाई करने की बजाये उसको ही धमका दिया. उसने ये भी कहा कि उसने पूरे ब्यान बिना शराब पीये दिए हैं और अब वह शराब पी चुका है. सोनू का कहना है कि ये उसकी मजबूरी है. बिना शराब पीए वह यह कदम नहीं उठा सकता था. 

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परिजनों ने पुलिस पर आरोप जरूर लगाए है लेकिन, अभी तक ऐसे कोई सुबूत या तथ्य सामने नहीं आए है. सुसाइड नोट और वीडियो के आधार पर सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.