महाराष्ट्र के हिंगोली जिला के औंधा नागनाथ वागरवाड़ी जंगल में 24 दिसंबर को एक अज्ञात महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया था. इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक श्रीकृष्ण कोकाटे, स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक विकास पाटिल और औंधा नागनाथ पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक गणेश राहिरे ने घटनास्थल का दौरा किया था. मृतक महिला के मुंह और नाक से खून निकल रहा था. इसे लेकर पुलिस ने तहकीकात की. पुलिस को एहसास हुआ कि यह हत्या का मामला है. पुलिस ने घटनास्थल से डी मार्ट के बिल पर्ची मिली थी. इस अधार पर हिंगोली पुलिस ने जांच कर हत्याकांड का खुलासा करने में सफलता हासिल की.
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आरोपी को आदिलाबाद तेलंगाना राज्य से गिरफ्तार कर लिया
हिंगोली पुलिस ने आरोपी श्रीकांत सुरेश पिनलवार को आदिलाबाद तेलंगाना राज्य से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक श्रीकृष्ण कोकाटे ने 29 दिसंबर, रविवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपी श्रीकांत पिनलवार उम्र 24 साल और मृत महिला अलका बाजीराव बेंद्रे की उम्र 29 साल है, ये दोनों कई सालों से छत्रपति संभाजी नगर, लाडगांव में किराए के कमरे में रहते थे.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लिव इन रिलेशनशिप में विवाद के चलते आरोपी श्रीकांत पिनलवार ने 23 दिसंबर की आधी रात को अलका बेंद्रे की गला दबाकर हत्या कर दी. सबूत मिटाने के लिए शव को औंधा नागनाथ वागरवाड़ी के जंगल में फेंक दिया था. डी मार्ट बिल की पर्ची पर पुलीस ने हत्यारे को गिरफ्तार किया है. आगे की जांच पुलीस कर रही है.