logo-image

डॉक्टर किडनैपिंग केस: ओला में गाड़ी लगाने के लिए दिए थे फर्जी दस्तावेज

दिल्ली के डॉक्टर को किडनैप करने की वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। साथ ही ओला जैसी कैब सर्विस में सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने तफ्तीश में एक और नया खुलासा किया है।

Updated on: 20 Jul 2017, 10:28 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के डॉक्टर को किडनैप करने की वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। साथ ही ओला जैसी कैब सर्विस में सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने तफ्तीश में एक और नया खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार किडनैपर्स ने साजिश के तहत फर्जी दस्तावेज बनाकर ओला कैब में गाड़ी लगाई थी।

जानकारी के मुताबिक मेट्रो हॉस्पिटल डॉक्टर श्रीकांत गौड़ की किडनैपिंग में 4 लोगों का हाथ था। इनमें से 3 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अन्य आरोपी की तलाश में जुट गई है। चौथे आरोपी का नाम पुलिस ने प्रमोद बताया है।

पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि सुशील और अनुज ने दिल्ली में घुसने का प्लान बनाया था। फर्जी लाइसेंस बनवाकर ओला में गाड़ी लगवाई थी। गाड़ी के कागज भी फर्जी बनवाकर लगाए गए।

और पढ़ें: गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा को राजनीतिक रंग न दे विपक्ष- अरुण जेटली

इन्होंने इस प्लानिंग के बाद शिकार की तलाश की और वारदात के दिन सुशील ने डॉक्टर श्रीकांत को सवारी के तौर पर कैब में बिठाया था। इसी दौरान तीन अन्य साथी रास्ते में आकर कैब में बैठे।

ओला कैब की इस घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को भौचक्का कर दिया है। क्योंकि ज्यादातर लोग ऐसी ही कैब सर्विस का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में कोई भी इस तरह की वारदात का शिकार हो सकता है।

और पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद रामनाथ कोविंद हुए भावुक, याद आया बारिश का मौसम