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क्या होती है बॉल टेंपरिंग और इसको लेकर क्या है ICC के नियम

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के मुताबिक, गेंद से छेड़छाड़ लेवल-2 का अपराध है जिसमें खिलाड़ी पर 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगता है

Updated on: 25 Mar 2018, 07:37 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेट के खेल को जेंटलमैन गेम कहा जाता है लेकिन कई बार मैदान पर ऐसे वाकये हो जाते है जो इस खेल को शर्मशार कर देते हैं। ऐसा ही वाकया हुआ है दक्षिण अप्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी तीसरे टेस्ट मैच में। 

इस मैच में ऑस्ट्रेलियन टीम बॉल टेंपरिंग विवाद में फंस गई है। 

दरअसल तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई ओपनर कैमरन बेनक्रॉफ्ट बॉल टेंपरिंग करते हुए पकड़े गए। दिन का खेल खत्म होने पर कप्तान स्टिव स्मिथ ने टेंपरिग की बात मानी ली, जिसके बाद उन्हें और उप कप्तान डेविड वार्नर को तीसके टेस्ट की कप्तानी भी छोड़नी पड़ी।

बॉल टेंपरिंग के इस मामले के बाद ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट की पूरी दुनिया में किरकिरी हो रही है। आईए जानते हैं आखिर क्या होती है बॉल टेंपरिंग और आईसीसी ने क्या नियम बना रखे हैं इसको लेकर..

क्या होती है बॉल टेंपरिंग और इसको लेकर ICC के क्या है नियम

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नियमों के मुताबिक, गेंद से छेड़छाड़ लेवल-2 का अपराध है जिसमें खिलाड़ी पर 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगता है और साथ ही चार नकारात्मक अंक तक खिलाड़ी के हिस्से आ सकते हैं जो एक टेस्ट मैच के प्रतिबंध के लिए काफी हैं।

आईसीसी के अधिनियम 42 के सबसेक्सन 3 में बॉल टेंपरिंग को लेकर बताया गया है। इसमें कहा गया है कि मैच के दौरान खिलाड़ी गेंद में चमक लाने के लिए या अगर गेंद ओस या किसी कारण गिली हो गई है तो उसे पोछने के लिए तौलिये का इस्तेमाल कर सकता हैं लेकिन, अगर वह इसके लिए किसी कृत्रिम पदार्थ का इस्तेमाल करता हैं तो वह नियमों का उल्लंघन होगा। तौलिए का इस्तेमाल भी अंपायर के देखरेख में होना चाहिए।

आईसीसी के नियम के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी गेंद को मैदान पर मिट्टी में रगड़ता है या किसी नुकीले सामान से गेंद को नुकसान पहुंचाता है तो इसे भी नियमों का उल्लंघन माना जाएगा।

इसके अलावा खिलाड़ियों को अक्सर आपने थूक से गेंद को चमकाते हुए देखा होगा। खिलाड़ियों को ऐसा करने की अनुमति है लेकिन अगर कोई खिलाड़ी च्विंगम खा रहा है और उसका इस्तेमाल बॉल पर करता है तो ये नियम तोड़ना कहलाएग।

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इसके अलावा खिलाड़ियों को अपने शरीर पर लगे वैसलीन या सनस्क्रीन को गेंद पर लगाने की अनुमति नहीं होती। अगर कोई प्लेयर ऐसा करता है तो बॉल टेंपरिंग का दोषी माना जाएगा।

मैदान पर अंपायर गेंद की स्थिति की निगरानी के लिए जिम्मेदार होते है और इसे नियमित रूप से जांचना उनकी जिम्मेदारी होती है। अगर एंपायर किसी फिल्डर को बॉल टेंपर करते हुए पकड़ लेता है तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को पांच पेनल्टी रन दिए जाते हैं और गेंद को तुरंत बदला जाता है।

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