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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)
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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)
Merry Christmas 2022: अक्सर किसी भी त्योहार पर लोग बधाई देते वक्त हैप्पी लगाते हैं. जैसे हैप्पी दिवाली, हैप्पी होली. लेकिन क्रिसमस के अवसर हैप्पी के स्थान पर मैरी बोला जाता है. यदि आप इसके पीछे की कहानी नहीं जानते हैं तो आज हम आपको इसका रहस्य बताने वाले हैं. क्योंकि क्रिसमस आने में अब सिर्फ 9 दिन ही शेष बचे हैं. इस त्योहार की एक खास बात और है कि ये दुनिया के ज्यादातर देशों में मनाया जाता है. क्रिसमस पर विभिन्न संस्थानों पर रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं. साथ ही बच्चों को उपहार देकर खुश भी किया जाता है.
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मैरी का अर्थ
आपको बता दें कि मैरी का अर्थ खुशी से हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक मैरी शब्द में जर्मनिक और ओल्ड इंग्लिश का समावेश है. सामान्य तौर पर मैरी और हैप्पी का अर्थ लगभग एक ही है. यानि दोनों ही शब्दों को खुशी या आनंद के लिये यूज किया जाता है. चार्ल्स डिकेंस ने मैरी शब्द को शुरु किया था. उन्होने अपनी प्रमुख किताब 'अ क्रिसमस कैरोल' में सैंकड़ों बार मैरी शब्द का प्रयोग किया है. बस तभी से लोग हैप्पी के स्थान पर मैरी बोलने लगे. हालाकि ये त्योहार मुख्य रूप से ईसाई धर्म के लोग मनाते थे. लेकिन अब हर धर्म के लोग क्रिसमस मनाने लगे हैं. छोटे बच्चों के स्कूलों में बाकायदा कई दिन पहले मैरी क्रिसमस की तैयारी शुरू हो जाती है.
दरअसल, मैरी शब्द 16वीं शताब्दी की उपज है. क्योंकि उन दिनों अंग्रेजी भी अपनी जमीन तलाश रही थी. इसलिए ज्यादातर देशों के साथ भारत में भी हैप्पी के स्थान पर मैरी का प्रचलन हो गया. लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लोग बधाई देते समय हैप्पी का इस्तेमाल भी करें तो भी कोई गलत नहीं होगा. क्योंकि वास्तविकता में दोनों शब्दों का एक ही अर्थ है.
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