logo-image

निजी यात्री परिवहन परिचालकों के संगठन ने सरकार से वाहन बीमा (Vehicle Insurance) को लेकर की ये बड़ी मांग

Vehicle Insurance: बस एंड कार आपरेटर्स कान्फेडरशेन ऑफ इंडिया (Bus & Car Operators Confederation of India-BOCI) दावा है कि उसके सदस्य 17 लाख बसों का परिचालन करते हैं.

Updated on: 07 Jul 2020, 01:14 PM

मुंबई:

निजी बस एवं कार यात्री परिवहन परिचालकों के संगठन बीओसीआई ने बीमा नियामक इरडा (IRDAI) को पत्र लिखकर वाहन बीमा (Vehicle Insurance) वैधता (Validity) बढ़ाने का आग्रह किया है. बस एंड कार आपरेटर्स कान्फेडरशेन ऑफ इंडिया (Bus & Car Operators Confederation of India-BOCI) दावा है कि उसके सदस्य 17 लाख बसों का परिचालन करते हैं. इसके सदस्य 11 लाख कारों का भी परिचालन करते हैं जिसका उपयोग एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिये किया जाता है.

यह भी पढ़ें: गन्ना किसानों के बकाये के भुगतान के लिए मोदी सरकार जल्द ले सकती है बड़ा फैसला

एक साल तक सालाना प्रीमियम नहीं बढ़ाने का भी आग्रह
बीओसीआई के अध्यक्ष प्रसन्ना पटवर्धन ने एक बयान में कहा कि हम बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) और सरकार से वाहन बीमा की वैधता उसकी अवधि समाप्त होने की तारीख से बिना किसी प्रीमियम के उतने दिनों के लिये बढ़ाने का आग्रह किया है जितने दिनों तक ‘लॉकडाउन’ रहा है. संगठन ने एक साल तक सालाना प्रीमियम नहीं बढ़ाने का भी आग्रह किया. पटवर्धन ने कहा, ‘‘पिछली तिमाही में कोई आय नहीं होने और मौजूदा वित्तीय संकट से हम कारोबार बंद होने करने के कगार पर पहुंच गये हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में परिचालक प्रीमियम भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं। इससे बड़ी संख्या में चूक होगी. इसका कारण यह है कि ‘लॉकडाउन’ शुरू होने के बाद से उनका कामकाज पूरी तरह ठप था.

यह भी पढ़ें: केनरा बैंक और बैंक आफ महाराष्ट्र के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, सस्ते हो गए लोन

पटवर्धन ने कहा कि फिलहाल बस मालिक बीमा प्रीमियम के रूप में हर साल करीब एक लाख रुपये देते हैं. प्रीमियम बसों के मामले में यह दो लाख रुपये हो सकता है. हाल ही में सरकार ने मोटर वाहन से जुड़े दस्तावेजों की मियाद 30 सितंबर 2020 तक बढ़ाये जाने की घोषणा की. इसमें फिटनेस परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि शामिल हैं.‘लॉकडाउन’ के कारण यह दूसरा मौका है जब वैधता अवधि बढ़ायी गयी है.