New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2020/11/30/bsense-99.jpg)
Share Market Trading Holiday-Guru Nanak Jayanti 2020( Photo Credit : newsnation)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
Share Market Trading Holiday-Guru Nanak Jayanti 2020( Photo Credit : newsnation)
Share Market Trading Holiday-Guru Nanak Jayanti 2020: गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के मौके पर आज सोमवार यानि 30 नवंबर 2020 को घरेलू शेयर बाजार (Share Market) और कमोडिटी मार्केट (Commodity Market) में कामकाज बंद रहेगा. फॉरेक्स (करेंसी-Currency) में भी कामकाज बंद रहेगा. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पूर्व की ही तरह मंगलवार को खुलेगा. देश के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) और नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) में भी आज यानि सोमवार को कामकाज बंद रहेगा.
यह भी पढ़ें: आम आदमी को झटका, दिल्ली में महंगे हो गए आलू और सेब, किसान आंदोलन का असर
शाम 5 बजे के बाद MCX, NCDEX पर कारोबार
दोनों कमोडिटी एक्सचेंज (Commodity Exchange) यानि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) और नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव एक्सचेंज (NCDEX) पर शाम 5 बजे के बाद कारोबार होगा.
यह भी पढ़ें: भारत के रिटेल सेक्टर में वर्चस्व के लिए मुकेश अंबानी-जेफ बेजोस के बीच तेज़ हुई जंग
आज है गुरु नानक जयंती
गुरु नानक जी (Guru Nanak Ji) का जन्मदिवस 30 नवंबर को मनाया जा रहा है. गुरु नानक सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु थे. गुरु नानक के जन्मदिन को गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के रूप में मनाते हैं. शाम के वक्त लोगों को लंगर खिलाया जाता है. गुरु पर्व (Guru Parv) के दिन सिख धर्म के लोग श्रृद्धा के मुताबिक सेवा करते हैं. इस दिन गुरु नानक जी के उपदेशों यानी गुरुवाणी का पाठ किया जाता है. बता दें कि गुरु नानक जयंती को गुरु पर्व और प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है.
यह भी पढ़ें: सिर्फ 27 साल के रितेश अग्रवाल ने कैसे खड़ी कर दी हजारों करोड़ की कंपनी, जानिए पूरी कहानी
गुरु नानक देव का जन्म कार्तिक मास की पूर्णिमा को हुआ था. बताया जाता है कि गुरुनानक जी का जन्म जिस दिन हुआ था, उस दिन 12 नवंबर, मंगलवार था. बचपन से ही शांत प्रवृति के गुरु नानक देव आंखें बंद कर ध्यान और चिंतन में लगे रहते थे. इससे उनके माता-पिता चिंतित हो गए और पढ़ने के लिए उन्हें गुरुकुल भेज दिया गया. गुरुकुल में नानक देव के प्रश्नों से गुरु निरुत्तर हो गए. अंत में नानक देव के गुरु इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि ईश्वर ने उन्हें ज्ञान देकर धरती पर भेजा है.