logo-image

सऊदी तेल कंपनी aramco का मुनाफा 3056.97 अरब, 10 दिनों में बड़ा बदलाव

कच्चे तेल की बढ़ती कीमत से विकासशील देश इस वक्त बुरी तरह बेहाल है. श्रीलंका, नेपाल और पाकिस्तान जैसे देशों का की अर्थव्यवस्था रसातल में पहुंच चुकी है. वहीं, इसी कच्चे तेल की वजह से तेल उत्पादक देश मालामाल हो रहे हैं.

Updated on: 16 May 2022, 07:31 AM

highlights

  • पहली तिमाही में  82% बढ़ा कंपनी का मुनाफा
  • 9645.99 अरब रुपए हुआ कंपनी का राजस्व 
  • दुनिया की पहली कंपनी बन चुकी है आरामको

नई दिल्ली:

कच्चे तेल की बढ़ती कीमत से विकासशील देश इस वक्त बुरी तरह बेहाल है.  श्रीलंका, नेपाल और पाकिस्तान जैसे देशों का की अर्थव्यवस्था रसातल में पहुंच चुकी है. वहीं, इसी कच्चे तेल की वजह से तेल उत्पादक देश मालामाल हो रहे हैं. सऊदी अरब में तेल उत्पादन का काम करने वाली कंपनी सऊदी अरामको (aramco) का राजस्व लगभग दोगुना हो गया है, जो 148 अरब रियाल यानी 3056.97 अरब रुपए तक पहुंच गया है. 

9645.99 अरब रुपए है कंपनी का राजस्व
सऊदी मीडिया के मुताबिक सऊदी तेल कंपनी सऊदी अरामको (saudi aramco) का मुनाफा 2022 की पहली तिमाही में 82% बढ़ा है. सऊदी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अरामको का राजस्व लगभग दोगुना होकर 467 अरब रियाल यानी 9645.99 अरब रुपए हो गया है. गौरतलब है कि यह इतनी बड़ी रकम है कि इससे दुनिया के कई छोटे देशों को खरीदा जा सकता है. इससे पहले खबर आई थी कि सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है और इसने एप्पल को पीछे छोड़ दिया है.

दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है आरामको
सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको 2.463 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप (बाज़ार पूंजी) के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी है. 11 मई के कारोबार के दौरान अरामको के शेयर का मूल्य 46.2 रियाल तक पहुंच गया था और इसके साथ ही उसका मार्केट कैप अमेरिका की टेक कंपनी एप्पल से भी अधिक हो गया. था. गौरतलब है कि एप्पल 2.461 ट्रिलियन मार्केट कैप के साथ दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है, लेकिन 11 मई को अरामको ने उसे पीछे छोड़ दिया था. हालांकि, बाद में अरामको के शेयर में कुछ गिरावट आई और वो फिर से एप्पल के बाद दूसरे नंबर पर आ गई. गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ रहे कच्चे तेल की कीमतों की वजह से अरामको लगातार मजबूत हो रही है. 

ये भी पढ़ें- पाक के उत्तरी वजीरिस्तान में आत्मघाती हमला, 3 सुरक्षाकर्मियों समेत 6 की मौत

तेल और गैस के क्षेत्र में काम करती है आरामको
इससे पहले मई 2021 में कंपनी का मार्केट कैप 1.9 ट्रिलियन डॉलर था, जो बढ़कर 2.46 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया था. दरअसल, सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी है. इस समय पूर्ण रूप से सऊदी अरब के नियंत्रण वाली ये कंपनी 1933 में स्थापित हुई थी. तब इसमें अमेरिका की भी साझेदारी थी. अरामको का पूरा नाम  अरब अमेरिकन ऑयल कंपनी है, लेकिन 1980 में सऊदी सरकार ने अरामको की पूरी हिस्सेदारी खरीद ली थी और कंपनी का नाम सऊदी अरामको कर दिया था. आपको बता दें कि सऊदी अरामको तेल और गैस के क्षेत्र में काम करती है. इस समय कंपनी में 66 हजार 800 कर्मचारी कार्यरत हैं. मई 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी सालाना 229.7 अरब डॉलर की तेल और गैस की बिक्री करती है.