logo-image
ओडिशा नाव हादसे में मरने वालों की संख्या हुई सात, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Punjab: संगरूर जेल में धारदार हथियार से हमला, दो कैदियों की मौत और 2 घायल Punjab: कांग्रेस को झटका, तेजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी पार्टी, बीजेपी में होंगे शामिल Karnataka: बेंगलुरु में विरोध प्रदर्शन पहले पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में कई कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बीजेपी में शामिल कर्नाटक: पुलिस ने कांग्रेस नेता रिजवान अरशद और रणदीप सिंह सुरजेवाला को हिरासत में लिया पंजाब में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर आज दिल्ली में बीजेपी में शामिल हो गईं.

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की महत्वाकांक्षी योजनाओं से अमेजन, वॉलमार्ट जैसी बड़ी कंपनियों की नींद उड़ी

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस की भविष्य की महत्वाकांक्षी योजनाओं की वजह से अमेजन (Amazon), वॉलमार्ट (Walmart) और जूम (Zoom) जैसी कंपनियों को खतरा नजर आने लगा है.

Updated on: 17 Jul 2020, 07:24 AM

नई दिल्ली:

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल कंपनी के सपने को पूरा करने के करीब है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस की भविष्य की महत्वाकांक्षी योजनाओं की वजह से अमेजन (Amazon), वॉलमार्ट (Walmart) और जूम (Zoom) जैसी कंपनियों को खतरा नजर आने लगा है. रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस की कंपनी रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश के लिए प्राइवेट इक्विटी फर्म और सॉवरेन वेल्थ फंड आकर्षित हुए. वहीं गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियों ने भी निवेश किया है.

यह भी पढ़ें: डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना कवच हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर मिलेगा डिस्काउंट

दुनियाभर की बड़ी डिजिटल और रिटेल कंपनियों की नींद उड़ी
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ साल पहले तक यह कंपनी ऑयल रिफाइनिंग के क्षेत्र में अपना ध्यान केंद्रित कर रही थी लेकिन समय के साथ कंपनी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है. दरअसल, रिलायंस की डिजिटल स्पेस में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाने और रिटेल में जबर्दस्त हिस्सेदारी हासिल करने की वजह से दुनियाभर की बड़ी डिजिटल और रिटेल कंपनियों की नींद उड़ गई है. यही वजह है कि उन्हें रिलायंस के रूप में प्रतिद्वंदी के तौर पर उन्हें बड़ा खतरा नजर आने लगा है. इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि रिलायंस की ऑनलाइन शॉपिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग से लेकर टेलिकॉम और डिजिटल पेमेंट तक फैले कारोबार की तुलना चीन की अलीबाबा और Tencent से हो रही है. यही नहीं ये कंपनियां रिलायंस को अपना ग्लोबल पीयर कहती हैं.

यह भी पढ़ें: आयकरदाताओं को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने दी बड़ी छूट, अब 30 सितंबर तक कर सकेंगे ये काम

प्रतिद्वंद्वी व्यवसायों को प्रभावित करने का रहा है ट्रैक रिकॉर्ड: रॉयटर्स
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस का अपने प्रतिद्वंद्वी व्यवसायों को प्रभावित करने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. रिलायंस ने अपने बेहद सस्ते डेटा प्लान और स्मार्टफोन की वजह से पिछले चार साल में मार्केट लीडर भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को काफी बड़ा झटका दिया है. यही नहीं रिलायंस जियो भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी भी बन गई है.

यह भी पढ़ें: Reliance Industries 43rd AGM: रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स में 7.7 फीसदी हिस्सा खरीदेगा Google, गूगल के सहयोग से बनाएंगे सस्ते 4G-5G फोन

बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज की 43वीं सालाना आम बैठक में मुकेश अंबानी ने कहा कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जियो मार्ट (JioMart) का विस्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि जियो मार्ट छोटे रिटेलर्स को ग्राहकों से आसानी से जोड़ता है. सिंगापुर स्थित फाइनेंशियल एडवाइजरी फर्म रेसफेबर इंटरनेशनल (Resfeber International) के मयंक विश्नोई का कहना है कि Jio प्लेटफॉर्म्स के पास न केवल बैकएंड इन्फ्रास्ट्रक्चर और डेवलपमेंट क्षमताएं हैं, बल्कि उसके पास एक अच्छा खासा कंज्यूमर बेस भी है. गौरतलब है कि मौजूदा समय में JioMart वर्तमान में भारत के सिर्फ 200 शहरों में किराने के सामान की बिक्री कर रहा है. वहीं दूसरी ओर अमेजन और फ्लिपकार्ट पूरे देश में कई प्रकार के सामानों की डिलीवरी कर रहे हैं.