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रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के मौजूदा शेयर धारकों के लिए आने वाला है निवेश का सुनहरा मौका

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी ने 30 अप्रैल को राइट्स इश्यू के जरिए 53,125 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की थी. यह लगभग तीन दशक में आरआईएल द्वारा लाया जा रहा इस तरह का पहला निर्गम है.

Updated on: 11 May 2020, 06:52 AM

मुंबई:

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries-RIL) ने 53,125 करोड़ रुपये के भारत के सबसे बड़े राइट इश्यू (Right Issue) के लिए रिकॉर्ड तिथि 14 मई तय की है. उस दिन कारोबार की समाप्ति पर जो इकाई कंपनी की के शेयरधारकों में होगी वह इन निर्गम में शेयर के आवेदन करने की पात्र होगी. अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी ने 30 अप्रैल को राइट्स इश्यू के जरिए 53,125 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की थी. यह लगभग तीन दशक में आरआईएल द्वारा लाया जा रहा इस तरह का पहला निर्गम है.

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प्रत्येक 15 शेयर पर एक शेयर की पेशकश
इस निर्गम के तहत प्रत्येक 15 शेयर पर एक शेयर की पेशकश की जाएगी. निर्गम के तहत एक शेयर कीमत 1,257 रुपये होगा, जो 30 अप्रैल के बंद भाव के मुकाबले 14 प्रतिशत कम है. आरआईएल के शेयर के भाव तब से बढ़कर 1,561.80 (शुक्रवार का बंद भाव) रुपये पर आ गए हैं, लेकिन राइट इश्यू की कीमत यथावत बनी रहेगी. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि हम आपको सूचित करते हैं कि कंपनी के निदेशक मंडल द्वारा गठित राइट्स इश्यू कमेटी ने राइट एंटाइटेलमेंट पाने के हकदार इक्विटी शेयरधारकों के निर्धारण के लिए 'रिकॉर्ड तिथि' के रूप में गुरुवार, 14 मई 2020 की तारीख तय की है.

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मौजूदा शेयरधारकों को मिलता है घटी दरों पर नए शेयर खरीदने का अधिकार
कंपनी ने बताया कि राइट इश्यू के खुलने और बंदन होने की तारीख के बारे में अलग से बताया जाएगा. आमतौर पर नकदी की कमी से जूझ रही कंपनियां राइट इश्यू लाती हैं. आरआईएल कर्ज चुकाने के लिए यह निर्गम ला रही है. राइट पेशकश के जरिए कंपनियां मौजूदा शेयरधारकों को घटी दरों पर नए शेयर खरीदने का अधिकार देती हैं, लेकिन उन पर ऐसा करने की बाध्यता नहीं होती. आरआईएल ने अंतिम बार 1991 में परिवर्तनीय ऋणपत्र जारी कर जनता से धन जुटाया था. (इनपुट भाषा)