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Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22: फिर आने जा रहा है सस्ता सोना खरीदने का सुनहरा मौका, जानिए और क्या होंगे फायदे

Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22: 25 अक्टूबर 2021 से सरकारी गोल्ड बॉन्ड की अगली सीरीज शुरू होने जा रही है. वित्त मंत्रालय का कहना है कि 25 अक्टूबर से 5 दिन के लिए सरकारी गोल्ड बॉन्ड 2021-22 की अगली किस्त में निवेश कर सकते हैं.

Updated on: 22 Oct 2021, 10:49 AM

highlights

  • सदस्यता अवधि 25 अक्टूबर 2021 से 29 अक्टूबर 2021 तक होगी
  • निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड 2 नवंबर 2021 को जारी कर दिए जाएंगे

नई दिल्ली:

Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22: अगर आप सोना (Gold) खरीदने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आ रही है. दरअसल, 25 अक्टूबर 2021 से सरकारी गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22) की अगली सीरीज शुरू होने जा रही है. वित्त मंत्रालय का कहना है कि 25 अक्टूबर से 5 दिन के लिए सरकारी गोल्ड बॉन्ड 2021-22 की अगली किस्त में निवेश कर सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड की 2021-22 श्रृंखला के तहत अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 के बीच 4 चरण में गोल्ड बॉन्ड जारी किए जाएंगे. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत मई 2021 से सितंबर 2021 तक 6 चरण में गोल्ड बॉन्ड जारी किए जा चुके हैं. वित्त मंत्रालय का कहना है कि 2021-22 सीरीज-8 की सदस्यता अवधि 25 अक्टूबर 2021 से 29 अक्टूबर 2021 तक होगी. इस सीरीज के लिए निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड 2 नवंबर 2021 को जारी कर दिए जाएंगे.

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गोल्ड बॉन्ड की यहां से कर सकते हैं खरीदारी  
गोल्ड बॉन्ड की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Stock Holding Corporation of India-SHCIL), क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Clearing Corporation of India Limited-CCIL), चुनिंदा पोस्ट ऑफिस (Post Office), बैंकों (छोटे वित्त बैंकों और भुगतान बैंकों को छोड़कर), NSE और BSE के जरिए की जाती है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भारत सरकार की ओर से गोल्ड बॉन्ड को जारी किए जाएंगे. निवेशक इनमें से किसी भी एक जगह से गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी कर सकते हैं. 

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गौरतलब है कि इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) की ओर से पिछले 3 कार्य दिवस 999 प्योरिटी वाले सोने के बंद भाव के आधार पर गोल्ड बॉन्ड की कीमत तय होती है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अवधि 8 साल के लिए होगी और पांचवें साल के बाद गोल्ड बॉन्ड से बाहर निकलने का विकल्प निवेशकों को मिलेगा. वित्त मंत्रालय का कहना है कि निवेशकों को ऑनलाइन आवेदन और डिजिटल तरीके से भुगतान करने पर 50 रुपये प्रति ग्राम का डिस्काउंट दिया जाएगा.

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निवेशकों को गोल्ड बॉन्ड की इस योजना में निवेश करने पर ब्याज के रूप में अतिरिक्त प्रतिफल भी मिलेगा. गोल्ड बॉन्ड में वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) में प्रति व्यक्ति न्यूनतम निवेश एक ग्राम है, जबकि अधिकतम सीमा 500 ग्राम है. व्यक्तिगत और हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम और ट्रस्टों और संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम रखी गई है.