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Budget 2021: ज्वैलरी इंडस्ट्री ने की सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने की मांग

Budget 2021: सोना-चांदी बहुत ज्यादा महंगा होने की वजह से महंगी धातुएं आम आदमी की जेब से बाहर हो गईं जिसका पूरा असर ज्वैलरी इंडस्ट्री के कारोबार पर दिखाई पड़ा है. ज्वैलरी इंडस्ट्री मंदी की मार से आहत है.

Updated on: 01 Feb 2021, 09:18 AM

नई दिल्ली:

Budget 2021: कोरोना वायरस महामारी की वजह से सोने-चांदी की कीमतों में पिछले कुछ महीने में जोरदार तेजी देखने को मिली थी. सोने ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया था. सोना-चांदी बहुत ज्यादा महंगा होने की वजह से महंगी धातुएं आम आदमी की जेब से बाहर हो गईं जिसका पूरा असर ज्वैलरी इंडस्ट्री के कारोबार पर दिखाई पड़ा है. ज्वैलरी इंडस्ट्री मंदी की मार से आहत है. 

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सोने पर लगी कस्टम ड्यूटी को घटाने की मांग
मंदी से उबरने के लिए ज्वैलरी कारोबारियों के द्वारा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बजट में कस्टम ड्यूटी (Custom Duty) को घटाने की मांग की जा रही है. दिल्ली ज्वैलरी एंड बुलियन एसोसिएशन के प्रेसिडेंट योगेस सिंगल के मुताबिक गोल्ड के ऊपर कस्टम ड्यूटी की वजह से कारोबारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि मौजूदा समय में सोने पर 12.5 फीसदी कस्टम ड्यूटी है. उनका कहना है कि कस्टम ड्यूटी को घटाकर 4 फीसदी करनी चाहिए. 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक योगेश सिंघल का कहना है कि सोने पर कस्टम ड्यूटी घटने की वजह से सोने की तस्करी और उसके अवैध कारोबार पर अंकुश लग सकता है. कारोबारियों का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से इंडस्ट्री को काफी बड़ा झटका लगा है. योगेश सिंघल का कहना है कि ज्वैलरी इंडस्ट्री की ओर से पीएमएलए कानून (PMLA Act) के दायरे से खुद को बाहर रखने की मांग भी लगातार उठ रही है.