logo-image

देश दुनिया में जायका बढ़ाएगी जबलपुरी मटर

देश दुनिया में जायका बढ़ाएगी जबलपुरी मटर

Updated on: 04 Nov 2021, 01:25 PM

जबलपुर:

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में पैदा होने वाली मटर अब देश और विदेशों में भी भोजन का जायका बढ़ायेगी। अभी तक देश के अन्य राज्यों और बड़े महानगरों को यहां से मटर की आपूर्ति की जाती थी, अब दूसरे देशों को भी इसके निर्यात के रास्ते खुल गये हैं। नई फसल आने पर यहां से मटर दुबई निर्यात की जायेगी। वियतनाम भी जबलपुर की मटर के संभावित खरीददारों में शामिल है।

राज्य में एक जिला-एक उत्पाद योजना में चयन के बाद से यहां की मटर की वैष्विक स्तर पर ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिये किये जा रहे प्रयासों के फलस्वरूप हाल ही में दो बड़ी उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं। जहां जबलपुर की मटर का ब्रांड नेम तय हो गया है, वहीं औद्योगिक क्षेत्र उमरिया डुंगरिया स्थित एक निजी प्रसंस्करण इकाई फ्रोजन एग्रो को मटर के एक्सपोर्ट का लाइसेंस भी प्राप्त हो गया है।

जबलपुर में उत्पादित मटर की पहचान देश और दुनिया मे जबलपुरी मटर के नाम से होगी । जबलपुर से बाहर भेजी जाने वाली मटर के हर बेग पर जबलपुरी मटर का लोगो लगा होगा । प्रशासन द्वारा उद्यानिकी विभाग से सहयोग से बकायदा इस ट्रेडमार्क (लोगो) का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। इस लोगो (ट्रेडमार्क) का मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर मानस भवन में आयोजित जिले के मुख्य समारोह में लोकार्पण किया गया। जबलपुर की मटर को देश और दुनिया में विशिष्ट पहचान दिलाने के लिये मटर उत्पादक किसानों तथा दूसरे राज्यों एवं महानगरों को मटर की आपूर्ति करने वाली फर्मों के बीच समन्वय स्थापित कराया गया है। व्यापारी फर्म किसानों से मंडियों में मटर खरीदेंगीं और जबलपुरी मटर के लोगो लगे बैग में उसकी पैकिंग कर बाहर भेजेंगी।

बता दें कि जबलपुर जिले में प्रतिवर्ष करीब 30 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में मटर की फसल ली जाती है। यहां करीब दो लाख 40 हजार मेट्रिक टन मटर की पैदावार होती है और 400 करोड़ रुपये का कारोबार होता है।

जबलपुर की मटर का स्वाद देश के दूसरे राज्यों में उत्पादित मटर की तुलना में ज्यादा मिठास लिये होता है। यहां से देश के प्रमुख महानगरों के अलावा मटर की ज्यादातर आपूर्ति महाराष्ट्र एवं गुजरात सहित दक्षिणी भारत के राज्यों को की जाती है। जबलपुर की सहजपुर स्थित मंडी संभाग की सबसे बड़ी मटर की मंडी है।

उद्यानिकी विभाग की उप-संचालक डॉ नेहा पटेल के अनुसार आत्मनिर्भर भारत और आत्म निर्भर मध्यप्रदेश की संकल्पना के अनुसार जबलपुर जिले में एक जिला-एक उत्पाद के लिये मटर का चयन किया गया है।

डॉ पटेल ने बताया कि जबलपुर जिले से विदेशों को मटर के निर्यात के लिये कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देशन में बनाई गई रणनीति के फलस्वरूप न केवल जबलपुर की मटर को विशिष्ट पहचान मिलेगी साथ ही किसानों को अच्छे उनकी फसल की अच्छी कीमत मिल सकेगी।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.