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एमएसपी बढ़ोतरी से ग्रामीण मांग में अधिक उछाल की संभावना कम: कोटक सिक्योरिटीज

एमएसपी बढ़ोतरी से ग्रामीण मांग में अधिक उछाल की संभावना कम: कोटक सिक्योरिटीज

Updated on: 09 Jun 2022, 06:50 PM

नयी दिल्ली:

ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज का कहना है कि सरकार द्वारा खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाये जाने से ग्रामीण मांग में अधिक इजाफा आने की संभावना कम है।

आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को विपणन सीजन 2022-23 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में चार से नौ प्रतिशत तक की बढ़ोतरी किये जाने की अनुमति दी थी।

ब्रोकरेज फर्म ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि एमएसपी में बढ़ोतरी मुद्रास्फीति को दबाव में रख सकती है। हालांकि, इससे ग्रामीण मांग में अपेक्षाकृत तेजी आने की उम्मीद कम है। ग्रामीण मांग में उछाल अच्छे मानसून और बंपर फसल के अनुमान से आता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि कृषि मंत्रालय के अधीन कृषि लागत एवं मूल्य आयोग ने उत्पादन लागत मूल्य सूचकांक का जो गणन किया है, उसमें वित्त वर्ष 23 के लिए 6.8 प्रतिशत की तेजी आई है। यह ईंधन, उर्वरक और बीजों के दाम में आये तेज उछाल को देखते हुए बहुत कम है।

आमतौर पर एमएसपी में सामान्य बढ़ोतरी का बाजार मूल्य पर नगण्य प्रभाव रहता है। कृषि उपज एवं पशुधन बाजार समिति की कीमतों के रुझान से पता चलता है कि अधिकतर मुख्य फसलों के दाम बाजार में एमएसपी से अधिक होते हैं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.