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Inflation ( Photo Credit : NewsNation)
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Inflation ( Photo Credit : NewsNation)
देश आज महंगाई का दंश झेल रहा है. आपकी थाली से लेकर, आपका ऑफिस जाना, घूमना, फ्लाइट टिकट तक की कीमतें बढ़ती जा रही हैं. वहीं आम जनता के सामने आज सबसे बड़ी उलझन है कि क्या दिवाली में दिवाला निकलने वाला है. आपको आज हम सिलसिलेवार तरीके से बताएंगे कि आखिर किसमें कितनी कीमत बढ़ गई और आपका महीने का बजट उससे कितना प्रभावित हुआ है. सबसे पहले आपके गाड़ी के ईंधन की बात कर लेते हैं. सिर्फ अक्टूबर महीने में 22 दिनों में 17 दिन पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ी है. 17 दिन में पेट्रोल में 5.25 रुपये और 17 दिन में डीजल में 5.75 रुपये का इजाफा हुआ है. इसके अलावा 17 दिन में सीएनजी में 4.50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. साथ ही घरेलू पीएनजी भी 2.50 रुपये महंगी हो चुकी है.
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हर महीने के पेट्रोल का खर्च
पेट्रोल कार पर महीने का खर्च जो पहले 4,000 रुपये का पड़ता था अब 6,000 रुपये से ज्यादा हो गया है. पेट्रोल बाइक पर महीने का खर्च जो पहले 2,500 रुपये था अब 4,500 रुपये हो गया है. अब आपकी वेजिटेरियन थाली की बात करें तो जो पहले 80 रुपये में थी, अब 120 रुपये से लेकर 180 रुपये तक हो चुकी है.
हरी सब्जियों के दाम में उछाल
हरी सब्जियों की कीमत में 50 से 100 फीसदी का इजाफा हो गया है. शिमला मिर्च जहां पहले 80 रुपये में थी जो अब 120 रुपये किलो हो गई यानी 40 रुपये बढ़ गए हैं. टमाटर 30 रुपये किलो था अब 60 रुपये किलो, आलू पहले जो 15 रुपये किलो था अब 20 रुपये किलो, अरबी पहले से ही 60 रुपये किलो है. लौकी जो पहले 40 रुपये किलो के भाव पर बिक रही थी आज 60 रुपये किलो हो गई है. भिंडी की कीमत पहले से ही 40 रुपये किलो चल रही है. करेला जो पहले 40 में था आज 60 रुपये किलो में बिक रहा है. गोभी जो 60 रुपये किलो था आज 80 रुपये किलो तक कीमत हो गई है. बैगन जो पहले 40 रुपये किलो था आज 60 रुपये किलो हो चुका है और प्याज की कीमत 30 से 35 रुपये में थी आज 50 रुपये किलो तक हो गई है. बता दें कि केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के द्वारा खाद्य तेल के ऊपर लगने वाली आयात शुल्क (Import Duty) में कटौती का भी खास असर दिखाई नहीं पड़ रहा है.
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