महंगाई का ग्राफ चढ़ा, RBI के रेट कटौती के फैसले पर पड़ सकता है असर

मूडीज एनालिटिक्स ने कहा है कि खुदरा मुद्रास्फीति पिछले आठ महीनों से रिजर्व बैंक (RBI) के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बना हुआ है.

author-image
Dhirendra Kumar
New Update
महंगाई का ग्राफ चढ़ा, RBI के रेट कटौती के फैसले पर पड़ सकता है असर

महंगाई का ग्राफ चढ़ा, RBI के रेट कटौती के फैसले पर पड़ सकता है असर( Photo Credit : NewsNation)

मूडीज एनालिटिक्स के मुताबिक, भारत में मुद्रास्फीति का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा है, जो निश्चित रूप से असहज करने वाला है क्योंकि यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की दर में कटौती की पेशकश करने की क्षमता को सीमित करेगा. मूडीज एनालिटिक्स ने कहा है कि खुदरा मुद्रास्फीति पिछले आठ महीनों से रिजर्व बैंक (RBI) के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बना हुआ है. इसके परिणामस्वरूप भारत का मुख्य सीपीआई (कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स) फूड, फ्यूल और लाइट को छोड़कर फरवरी में 5.6 प्रतिशत तक पहुंच गया जो जनवरी में 5.3 प्रतिशत था. अगर समग्रता की दृष्टि से देखा जाए तो भारत का सीपीआई वार्षिक आधार पर फरवरी में 5 प्रतिशत तक बढ़ गया जो जनवरी में 4.1 प्रतिशत था. खाद्य और पेय पदार्थ की वृद्धि दर जनवरी में 2.7 प्रतिशत के मुकाबले 4.3 प्रतिशत पर पहुंच गई.

Advertisment

यह भी पढ़ें: महंगे अनाज से मिलेगी आम आदमी को राहत, IGC ने जारी किया अनाज उत्पादन का अनुमान

मूडीज के अनुसार मुद्रास्फीति को अत्यधिक प्रभावित करने वाला प्रमुख कारक फूड है, जो कुल सीपीआई के 46 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है. खाद्य कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव और तेल की बढ़ती कीमतों के कारण वर्ष 2020 में कई बार सीपीआई 6 प्रतिशत के ऊपर चला गया. इसके परिणामस्वरूप महामारी के दौरान समायोजन मौद्रिक सेटिंग्स को बनाए रखने की आरबीआई की क्षमता बाधित हो गई. 

यह भी पढ़ें: Crude Price Today: जानिए क्यों स्वेज नहर से सप्लाई बहाल होने के बावजूद कच्चे तेल में है तेजी

RBI के पास 2 फीसदी के मार्जिन के साथ 4 फीसदी की खुदरा मुद्रास्फीति का लक्ष्य
मूडीज एनालिटिक्स के नोट के अनुसार, ईंधन की ऊंची कीमतें सीपीआई को ऊपर की ओर बनाए रखने के लिए दबाव बनाएंगी और आरबीआई की क्षमता को आगे की दरों में कटौती करने में सीमित रखेगा. आरबीआई के पास 2 प्रतिशत के मार्जिन के साथ 4 प्रतिशत की खुदरा मुद्रास्फीति का लक्ष्य है. उम्मीद की जा रही है कि आरबीआई 31 मार्च की वर्तमान समाप्ति तिथि से इतर अपने वर्तमान मुद्रास्फीति लक्ष्य को बनाए रखेगा.

HIGHLIGHTS

  • खुदरा मुद्रास्फीति पिछले आठ महीनों से रिजर्व बैंक के 4 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बना हुआ है
  • खाद्य और पेय पदार्थ की वृद्धि दर जनवरी में 2.7 प्रतिशत के मुकाबले 4.3 प्रतिशत पर पहुंच गई
Moodys Investors Service Indian economy RBI News Moody's RBI
      
Advertisment