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देश की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट, 2019-20 में GDP ग्रोथ 4.2 फीसदी

देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के संकट के बीच केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने वित्त वर्ष 2019-20 की जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े जारी कर दिए हैं.

Updated on: 29 May 2020, 06:42 PM

नई दिल्ली:

देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के संकट के बीच केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने वित्त वर्ष 2019-20 की जीडीपी (GDP) ग्रोथ रेट के आंकड़े जारी कर दिए हैं. अगर वित्त वर्ष की बात करें तो जीडीपी ग्रोथ 4.2 प्रतिशत रही. मोदी सरकार ने इससे पहले जनवरी में कहा था कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए एडवांस जीडीपी का ग्रोथ रेट 5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. मतलब यह है कि सरकार के अनुमान से जीडीपी के ताजा आंकड़े 0.8 प्रतिशत कम हैं.

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देश का जीडीपी यानी आर्थिक विकास दर 2019-20 के चौथी तिमाही में 3.1 फीसदी रहा. 2019-20 की पहली तिमाही में देश का जीडीपी पांच फीसदी और दूसरी तिमाही में 4.5 फीसदी तीसरी तिमाही में 4.7 फीसदी रहा था. सीएसओ ने 2019-20 वित्तीय साल में 5 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जताया था. 2018-19 के चौथी तिमाही में जीडीपी 5.8 फीसदी था.

कृषि क्षेत्र का विकास दर 5.9 फीसदी रहा, जबकि 2018-19 के चौथी तिमाही में 1.6 फीसदी था. मैनुफेक्चरिंग क्षेत्र में -1.4 फीसदी, जबकि 2018-19 के चौथी तिमाही में 2.1 फीसदी था. कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 2.2 फीसदी, जबकि 2018-19 के चौथी तिमाही में 6 फीसदी था. फाइनेंसियल, रियल एस्टेट और प्रॉफेशनल सेवाओं में 2.4 फीसदी, जबकि 2018-19 के चौथी तिमाही में 8.7 फीसदी था. होटल, ट्रांसपोर्ट ट्रेड, ब्राडकास्टिंग में 2.6 फीसदी, जबकि 2018-19 के चौथी 8.7 फीसदी था.

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आपको बता दें कि फिच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने चालू वित्त वर्ष (2020-21) में भारतीय अर्थव्यवस्था में पांच प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था. फिच ने कहा था कि कोरोना वायरस की वजह से देश में सख्त लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) नीति लागू की गई है. इससे आर्थिक गतिविधियों में जबर्दस्त गिरावट आई, जिसका सीधा असर सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth) की वृद्धि दर पर पड़ेगा. इससे पहले फिच ने अप्रैल में अनुमान लगाया था कि चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी की वृद्धि दर 0.8 प्रतिशत रहेगी. अब फिच ने अपने इस अनुमान को काफी अधिक घटा दिया था.