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emergency fund Photograph: (social media)
मध्यम वर्ग और कमजोर तबके के लोगों को नौकरी छूटने, बीमार पड़ जाने, मकान की मरम्मत करने या ऐसे ही अचानक उत्पन्न होने वाले हालात का मुकाबला करने के लिए धन की जरूरत पड़ जाती है. सवाल यह पैदा होता है कि ऐसी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए आम आदमी को करीब कितने धन की बचत करके इमरजेंसी फंड बनाने की जरूरत होती है.
क्या होता है इमरजेंसी फंड
इमरजेंसी फंड वह धनराशि होती है, जिसे आप खासतौर से ऐसे वित्तीय हालात के लिए जमा करते हैं, जो अनिश्चित होती है, और जिसके उत्पन्न होने पर आपको अचानक धन की जरूरत पड़ जाती है. इसे ऐसा आपातकालीन फंड भी कह सकते हैं. जो अचानक पैदा हुई आर्थिक कठिनाई के वक्त आपका सुरक्षा कवच बन सके. यदि आपके पास अपना इमरजेंसी फंड होगा, तो आपको जरूरत पड़ने पर किसी से उधार या बैंक से लोन नहीं लेना पड़ेगा.
इमरजेंसी फंड की जरूरत कब पड़ सकती है?
मेडिकल इमरजेंसी, जैसे कि अचानक कोई गंभीर बीमारी हो जाने पर या सड़क आदि दुर्घटना होने पर इलाज के लिए बड़ी धनराशि की जरूरत होने पर. इसी तरह घर पुराना हो, तो उसकी मरम्मत के लिए धन की जरूरत कभी भी पड़ सकती है. अगर आपके पास वाहन है, तो उसके रिपेयर पर भी खर्चा कभी भी करना पड़ सकता है. इमरजेंसी फंड ऐसे हालात में एक बड़ा सहारा बनकर उभरता है.
अचानक नौकरी छूट जाने पर भी अगर आपने इमरजेंसी फंड बना रखा है, तो आप कुछ महीनों तक बिना वेतन के भी गुजारा चला सकते हैं. कोरोना काल में अनेक लोगों की जॉब छूट गई, तब जिन लोगों के पास आपातकालीन फंड नहीं था, वे दोस्तों या रिश्तेदारों से उधार लेने के लिए मजबूर हो गए थे. कॉर्पोरेट जगत में कई बार बड़ी-बड़ी कंपनियां भी छंटनी करने के लिए मजबूर हो जाती हैं. तब नौकरी छूटने पर कर्मचारी इमरजेंसी फंड के सहारे कुछ महीने अपनी गृहस्थी चला सकते हैं और दूसरी नौकरी ढूंढ सकते हैं.
आम आदमी को करीब कितना इमरजेंसी फंड चाहिए
एक आम आदमी के पास इतना इमरजेंसी फंड जरूर होना चाहिए कि उससे वह अपनी गृहस्थी की जरूरतों को 5-6 महीने तक पूरा कर सके. फाइनेंस एक्सपर्ट भी 3 से 6 महीने की आर्थिक जरूरतों के बराबर आपातकालीन फंड बनाने की सलाह देते हैं.
निवेश से धन तुरंत नहीं निकाला जा सकता
इमरजेंसी फंड को स्टॉक मार्केट या रियल एस्टेट में निवेश करने पर धनराशि जरूरत के समय तुरंत नहीं मिल सकेगी. हो सकता है कि जब आपको धन की जरूरत पड़े, तब शेयर बाजार अपने सामान्य स्तर से नीचे गिरा हो औऱ निवेश की गई धनराशि से कम धन आपको मिल रहा हो. रियल एस्टेट को बिकने में कुछ समय लगता है और अचानक धन की जरूरत होने पर रियल एस्टेट से तुरंत पैसा नहीं मिल सकता.
इमरजेंसी फंड को सेविंग्स अकाउंट में रखें, या एफडी में?
इमरजेंसी फंड ऐसा होना चाहिए, जिसे जरूरत पड़ने पर तुरंत इस्तेमाल किया जा सके. इसलिए इसे किसी ऐसी जगह सुरक्षित रखना चाहिए, जहां से जरूरत पड़ने पर इसे तुरंत निकाला जा सकते. बैंक के सेविंग्स अकाउंट में जमा धन को आप जरूरत पड़ने पर तुरंत निकाल सकते हैं, लेकिन उस पर ब्याज बहुत कम मिलता है. एफडी पर ब्याज ठीक-ठाक मिल जाता है, लेकिन कुछ लंबी अवधि की एफडी में लॉक-इन पीरियड भी होता है, और आप निर्धारित समय से पूर्व उसे निकाल नहीं सकते. इसलिए इमरजेंसी फंड को कम अवधि की एफडी के रूप में रखना उचित रहता है, क्योंकि जरूरत पड़ने पर आप कम अवधि की एफडी को ब्रेक करवा सकते हैं. इसमें कुछ चार्ज लगता है, पर जरूरत पड़ने पर तुरंत धन मिल जाता है.
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