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कोरोना वायरस से निपटने को लेकर हम पश्‍चिमी देशों की ओर देखते रहे: राहुल बजाज

देश के जानेमाने उद्योगपति राजीव बजाज ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने को लेकर भारत पश्चिमी देशों की ओर देखता रहा और कठिन लॉकडाउन लगाने का प्रयास किया जिससे न तो संक्रमण का प्रसार रुका, न अर्थव्यवस्था बची.

Updated on: 04 Jun 2020, 12:14 PM

दिल्ली:

देश के जानेमाने उद्योगपति राजीव बजाज ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना संकट से निपटने के संदर्भ में भारत ने पश्चिमी देशों की ओर देखा और कठिन लॉकडाउन (Lockdown) लगाने का प्रयास किया जिससे न तो संक्रमण का प्रसार रुका, उल्टे अर्थव्यवस्था तबाह हो गई. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से किए गए संवाद में बजाज ने यह भी कहा कि बहुत सारे अहम लोग बोलने से डरते हैं और ऐसे में हमें सहिष्णु और संवेदनशील रहने को लेकर भारत में कुछ चीजों में सुधार करने की जरूरत है.

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लॉकडाउन से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश हमने पश्चिम खासकर सुदूर पश्चिम की तरफ देखा और पूर्व की तरफ नहीं देखा. उन्होंने कहा, ‘‘हमने कठिन लॉकडाउन लागू करने का प्रयास किया जिसमें खामियां थीं. इसलिए मुझे लगता है कि हमें आखिर में दोनों तरफ से नुकसान हुआ. इस तरह के लॉकडाउन के बाद वायरस मौजूद रहेगा. आप इस वायरस की समस्या से नहीं निपट पाए.... लेकिन इसके साथ अर्थव्यवस्था तबाह हो गई.’’

बजाज ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पहली समस्या लोगों के दिमाग से डर निकालने की है. इसे लेकर स्पष्ट विमर्श होना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मझे लगता है कि लोग प्रधानमंत्री की सुनते हैं. ऐसे में अब (उन्हें) यह कहने की जरूरत है कि हम आगे बढ़ रहे हैं, सब नियंत्रण में है और संक्रमण से मत डरिए.’’

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सरकार की ओर से घोषित आर्थिक पैकेज पर बजाज ने कहा कि दुनिया के कई देशों में जो सरकारों ने दिया है उसमें से दो तिहाई लोगों के हाथ में गया है. लेकिन हमारे यहां सिर्फ 10 फीसदी ही लोगों के हाथ में गया है.