logo-image

SBI की शिकायत से पहले ही देश से फरार हो चुके हैं ये बासमती चावल एक्सपोर्टर

CBI ने हाल में पश्चिम एशियाई देशों और यूरोपीय देशों को बासमती चावल (Basmati Rice Export) का निर्यात करने वाली कंपनी और उसके निदेशकों नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता के खिलाफ एसबीआई की शिकायत पर मामला दर्ज किया था.

Updated on: 09 May 2020, 03:15 PM

दिल्ली:

राम देव इंटरनेशनल (Ramdev International) के तीन प्रवर्तक भारतीय स्टेट बैंक (State Bank-SBI) की अगुवाई वाले छह बैंकों के गठजोड़ के साथ 411 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बाद देश से फरार हो चुके हैं. सीबीआई (Central Bureau of Investigation-CBI) ने हाल में इनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि एसबीआई द्वारा इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने से पहले ही ये देश से भाग चुके हैं.

यह भी पढ़ें: Coronavirus (Covid-19): दुनिया की यह बड़ी कंपनी 35 हजार दुकानदारों के जरिए आपके घर तक पहुंचाएगी स्मार्टफोन

पश्चिम एशियाई देशों और यूरोपीय देशों को करते हैं बासमती चावल का एक्सपोर्ट
सीबीआई ने हाल में पश्चिम एशियाई देशों और यूरोपीय देशों को बासमती चावल (Basmati Rice Export) का निर्यात करने वाली कंपनी और उसके निदेशकों नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता के खिलाफ एसबीआई की शिकायत पर मामला दर्ज किया था. एसबीआई ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने उसको 173 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. एसबीआई ने शिकायत में कहा है कि कंपनी की करनाल जिले में तीन चावल मिलें, आठ छंटाई और ग्रेडिंग इकाइयां हैं. कंपनी ने व्यापार के लिए सऊदी अरब और दुबई में कार्यालय भी खोले हुए हैं.

यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में नौकरी चली गई, मोदी सरकार की इस स्कीम से 2 साल तक मिलती रहेगी सैलरी, जानें क्या है स्कीम

एसबीआई के अलावा कंपनी को ऋण देने वाले बैंकों में केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और कॉरपोरेशन बैंक शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते अभी तक इस मामले में छापेमारी की कार्रवाई नहीं की गई है. जांच एजेंसी इस मामले में आरोपियों को समन की प्रक्रिया शुरू करेगी. अधिकारियो ने कहा कि यदि आरोपी जांच में शामिल नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ उपयुक्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. एसबीआई की शिकायत के अनुसार इस कंपनी का खाता 27 जनवरी, 2016 को गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) बन गया था.