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अभी और घटेंगे खाद्य तेल के दाम, सरकार ने जारी किए नए निर्देश

Edible Oil Prices Latest Update: खाद्य तेल कंपनियों के मिले दिशा- निर्देशों के बाद से कंपनियों 10 रुपये प्रति लीटर तक कीमतों में कटौती करेगी. इसके अलावा की एमआरपी को भी सभी राज्यों में एकसमान रखने की बात सामने आ रही है.

Updated on: 07 Jul 2022, 10:58 AM

highlights

  • सभी जगह तेल के एकसमान होंगे रेट्स 
  • वजन को मानक के हिसाब से रखना होगा
  • अगले हफ्ते तक मिलेगा ग्राहकों को फायदा

नई दिल्ली:

Edible Oil Prices Latest Update: ग्लोबल मार्केट में खाद्य तेल की कीमतें घटने के बाद बहुत जल्द इसका फायदा ग्राहकों को मिलता नजर आएगा. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अगले एक सप्ताह में आपको खाद्य तेल के लिए पहले से कम कीमत देनी पड़ेगी. खाद्य तेल कंपनियों के मिले दिशा- निर्देशों के बाद से कंपनियों 10 रुपये प्रति लीटर तक कीमतों में कटौती करेगी. इसके अलावा की एमआरपी को भी सभी राज्यों में एकसमान रखने की बात सामने आ रही है. दरअसल खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने खाद्य तेल कंपनियों के साथ बैठक की है, जिसके बाद से खाद्य तेल से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है. 

ग्लोबल मार्केट में घटा है तेल का भाव तो उपभोक्ताओं को भी मिले फायदा
आंकड़े बताते हैं कि बीते 10 दिनों में खाद्य तेल की कीमत में कटौती हुई है वहीं ग्लोबल मार्केट भी अच्छे संकेतों में है. आगे भी खाद्य तेल की कीमतें घट सकती हैं ऐसे में खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने खाद्य तेल कंपनियों को इसका फायदा उपभोक्ताओं को भी देने की बात कही. बता दें भारत अपनी खाद्य तेल जरूरतों का 60 फीसदी तेल आयात करता है, इसलिए ग्लोबल मार्केट में तेल की कीमत घटने का फायदा घरेलू बाजारों को भी होता है.

वर्तमान में कितनी हैं खाद्य तेल की कीमतें
उपभोक्‍ता मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बीते दिन 6 जुलाई को पाम रिफाइंड की कीमत 144.16 रुपये लीटर थी. वहीं सूरजमुखी तेल की कीमत 185.77 रुपये प्रति लीटर तो सरसों तेल 177.37 रुपये प्रति लीटर था. सोयाबीन के तेल का भाव बीते बुधवार 185.77 रुपये प्रति लीटर दर्ज किया गया जबकि मूंगफली का तेल 187.93 रुपये प्रति लीटर रहा. 

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खाद्य तेल की हों एकसमान कीमतें
 खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कंपनियों को आदेश दिए हैं कि खाद्य तेल की कीमतों में कोई असमानता नहीं होनी चाहिए. क्यों कि एमआरपी में पहले ही दूसरे खर्चों को राज्यों के आधार पर जोड़ लिया जाता है. इसके अलावा तेल के पैकेट के वजन के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. जिसमें कंपनियों को मानक 30 डिग्री सेल्सियस पर ही तेल की पैंकिग होने की बात कही गई ताकि इसके वजन में कमी ना आए.