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कोरोना काल में 123 फीसदी बढ़ा गैर-बासमती चावल (Non Basmati Rice) का एक्सपोर्ट, पढ़ें पूरी खबर

Basmati Rice Export Latest News: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान आरंभिक नौ महीनों में 22,856 करोड़ रुपये (306.8 करोड़ डॉलर) मूल्य के गैर-बासमती चावल का निर्यात किया है.

Updated on: 11 Feb 2021, 08:01 AM

highlights

  • चावल, गेहूं और मोटे अनाजों के नियात में बीती तीन तिमाहियों में करीब 53 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया 
  • चालू वित्त वर्ष 2020-21 के शुरुआती 9 महीने में 22,856 करोड़ रुपये मूल्य के गैर-बासमती चावल का निर्यात 
  • भारत ने 2020-21 में अप्रैल से दिसंबर के दौरान 1,870 करोड़ रुपये मूल्य के गेहूं का एक्सपोर्ट किया

नई दिल्ली :

Basmati Rice Export Latest News: आपदा को अवसर में बदलने की सोच के साथ काम रही भारत सरकार ने कोरोना काल में देश के कृषि उत्पादों के निर्यात के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति दर्ज की है. चावल, गेहूं और मोटे अनाजों के नियात में बीती तीन तिमाहियों में करीब 53 फीसदी का इजाफा हुआ है. खासतौर से गैर-बासमती चावल का निर्यात पिछले साल के मुकाबले करीब 123 फीसदी बढ़ा है, जबकि गेहूं के निर्यात में 456 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान आरंभिक नौ महीनों में 22,856 करोड़ रुपये (306.8 करोड़ डॉलर) मूल्य का गैर-बासमती चावल का निर्यात किया है, जो पिछले साल के मुकाबले रुपये के मूल्य में 122.61 फीसदी ज्यादा है जबकि डॉलर के मूल्य में गैर-बासमती चावल का निर्यात पिछले साल111.81 फीसदी बढ़ा है.

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पिछले वित्तवर्ष 2019-20 में 10,268 करोड़ रुपये मूल्य के गैर-बासमती चावल का एक्सपोर्ट
पिछले वित्तवर्ष 2019-20 में देश से 10,268 करोड़ रुपये (144.8 करोड़ डॉलर) मूल्य का गैर-बासमती चावल का निर्यात हुआ था. भारत नेपाल, बेनीन, संयुक्त अरब अमीरात, सोमालिया, गिनिया के अलावा एशिया और यूरोप के कई देशों व अमेरिका को निर्यात करता है. हालांकि, बासमती चावल का निर्यात चालू वित्तवर्ष में अप्रैल से दिसंबर के दौरान करीब 22,038 करोड़ रुपये (294.7 करोड़ डॉलर) मूल्य का हुआ जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले रुपये के मूल्य में 5.31 फीसदी जबकि डॉलर के मूल्य में 0.36 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले वित्तवर्ष के दौरान आरंभिक नौ महीनों में 20,926 करोड़ रुपये (293.6 करोड़ डॉलर) मूल्य का बासमती चावल निर्यात हुआ था. भारत बासमती चावल का निर्यात मुख्य रूप से ईरान, सऊदी अरब, इराक, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत और यूरोपीय देशों को करता है.

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अप्रैल से दिसंबर के दौरान 1,870 करोड़ रुपये मूल्य का गेहूं निर्यात
वहीं, गेहूं के निर्यात में बीती तीन तिमाहियों में जोरदार इजाफा हुआ है. भारत ने 2020-21 में अप्रैल से दिसंबर के दौरान 1,870 करोड़ रुपये (25.2 करोड़ डॉलर)मूल्य का गेहूं निर्यात किया है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में गेहूं का निर्यात 336 करोड़ रुपये (480 लाख डॉलर) मूल्य का हुआ. इस प्रकार गेहूं निर्यात में रुपये के मूल्य में 456.41 फीसदी जबकि डॉलर के मूल्य में 431.10 फीसदी का इजाफा हुआ है. भारत ने जिन देशों को गेहूं निर्यात किया है उनमें नेपाल, बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात शामिल है. सभी अनाजों की बात करें तो चालू वित्तवर्ष की तीन तिमाहियों में भारत ने 49,832 करोड़ रुपये मूल्य का अनाज निर्यात किया है, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 52.90 फीसदी अधिक है. मक्का व अन्य मोटे अनाज का निर्यात आलोच्य अवधि के दौरान 3,067 करोड़ रुपये मूल्य का हुआ है, जो पिछले वित्तवर्ष की इसी अवधि के मुकाबले 189.09 फीसदी अधिक है. भारत ने मक्का व अन्य मोटे अनाज का निर्यात नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, अमेरिका, जर्मनी और जापान को किया है.

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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले संगठन कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अध्यक्ष डॉ. एम.अंगामुथु ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान निर्यात सुनिश्चि करने को लेकर सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से चावल के निर्यात में जोरदार इजाफा हुआ. उन्होंने कहा, "कोविड-19 के दौरान सेहत संबंधी चुनौतियों को देखते हुए हमने सुरक्षा व हाईजीन की दृष्टि से कई कदम उठाए.