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भारतीय अर्थव्यवस्था को उबारने में मददगार साबित हो सकता है बांस उद्योग

विश्व बांस दिवस पर दो अगल-अलग वेबिनार को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि कोविड-19 के बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र कारोबार की पसंदीदा जगह होगा और बांस उद्योग आर्थिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनने जा रहा है.

Updated on: 19 Sep 2020, 12:20 PM

नई दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): पूर्वोत्तर विकास मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि कोविड-19 (Coronavirus Epidemic) के बाद देश की अर्थव्यवस्था में बांस उद्योग (Bamboo Industry) की अहम भूमिका होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार (Modi Government) की योजना घरेलू बांस उद्योग को बढ़ावा देने की है. विश्व बांस दिवस पर दो अगल-अलग वेबिनार को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि कोविड-19 के बाद पूर्वोत्तर क्षेत्र कारोबार की पसंदीदा जगह होगा और बांस उद्योग आर्थिक गतिविधियों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनने जा रहा है.

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उन्होंने कहा कि कई कारोबारी घराने पूर्वोत्तर क्षेत्र के विविध कृषि-उद्यान संसाधनों के दोहन में रुचि रखते हैं और लोगों को इस अवसर से चूकना नहीं चाहिए. सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की योजना घरेलू बांस उद्योग को बढ़ावा देने की है. कोविड-19 के बाद देश की अर्थव्यवस्था में इसकी अहम भूमिका होगी.

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केमकॉन स्पेशियलिटी केमिकल्स का आईपीओ 21 सितंबर को खुलेगा

केमकॉन स्पेशियलिटी केमिकल्स लिमिटेड का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) 21 सितंबर को खुलेगा. कंपनी ने शुक्रवार को इसके लिये कीमत दायरा 338 से 340 रुपये प्रति शेयर तय किया. ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कंपनी ने कहा कि आईपीओ के तहत 165 करोड़ रुपये मूल्य तक के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि प्रवर्तकों के 45 लाख शेयरों को बिक्री पेशकश के लिए रखा जाएगा. कंपनी का आईपीओ 23 सितंबर को बंद होगा. एंकर निवेशकों ने 18 सितंबर को अपनी बोलियां जमा कीं. कंपनी ने कहा अधिकतम निर्गम मूल्य पर कंपनी इससे 318 करोड़ रुपये जुटाएगी. इसका उपयोग पूंजीगत जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा. कंपनी विशेष प्रकार के रसायनों का विनिर्माण करती है.