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Economic Survey 2022: आर्थिक सर्वेक्षण सदन में आज पेश होगा, यहां जानिए इसकी क्या है अहमियत

Economic Survey 2022: राष्ट्रपति का अभिभाषण 11 बजे शुरू हो जाएगा और उसके बाद करीब 30 मिनट के बाद लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. करीब दोपहर 2.30 बजे के बाद राज्यसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा.

Updated on: 31 Jan 2022, 09:02 AM

highlights

  • आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम तैयार करती है
  • वर्ष 2015 के बाद आर्थिक सर्वेक्षण को दो हिस्से में बांट दिया गया था 
     

नई दिल्ली:

Economic Survey 2022: बजट सत्र की शुरुआत आज से होने जा रही है सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से होगी, जिसमें राष्ट्रपति अपने अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों और भावी योजनाओं के बारे में देश को बताएंगे. राष्ट्रपति कोरोना वायरस की वजह से आई देश में चुनौतियों पर भी बात करेंगे. देश किस दिशा में आर्थिक तौर पर क्या हालात हैं इसका भी ज़िक्र करेंगे. साथ ही सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं अभिभाषण में राष्ट्रपति इसका भी ज़िक्र करेंगे. इसके बाद आर्थिक सर्वे (Economic Survey) पेश किया जाएगा जिसमें देश के आर्थिक हालात का विवरण होगा और विकास दर की बात होगी.

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राष्ट्रपति का अभिभाषण 11 बजे शुरू हो जाएगा और उसके बाद करीब 30 मिनट के बाद लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. करीब दोपहर 2.30 बजे के बाद राज्यसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. उसके बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार मीडिया के सामने आर्थिक सर्वेक्षण पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन को देश का नया मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया है. मुख्य आर्थिक सलाहकार मीडिया सेंटर में करीब 3.45pm पर आर्थिक सर्वेक्षण पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. बता दें कि मुख्य आर्थिक सलाहकार के मार्गदर्शन में तैयार आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया जाता है.  

सबसे प्रमाणिक दस्तावेज माना जाता है आर्थिक सर्वेक्षण
आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) को वित्त मंत्रालय का सबसे प्रमाणिक दस्तावेज माना जाता है. आर्थिक सर्वे में आर्थिक विकास का सालाना लेखाजोखा होता है. आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को समेटते हुए विस्तृत सांख्यिकी आंकड़े देता है. पिछले 1 साल में अर्थव्यस्था और सरकारी योजनाओं में क्या प्रगति हुई है. इसकी जानकारी भी आर्थिक सर्वेक्षण (Eco Survey) के जरिए ही मिलती है. आर्थिक सर्वेक्षण को वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार और उनकी टीम के द्वारा तैयार किया जाता है. आर्थिक सर्वे में विकास दर की रफ्तार धीमी होगी या तेज़ इसका अनुमान भी लगाया जाता है यानी जीडीपी का अनुमान क्या रहने वाला है. मतलब सरल भाषा में आर्थिक सर्वे की बात की जाए तो आर्थिक समीक्षा और सुझाव भी आर्थिक सर्वे में दिए जाते हैं.

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2 हिस्सों में होता है आर्थिक सर्वेक्षण
वर्ष 2015 के बाद आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) को दो हिस्से में बांट दिया गया था. पहले हिस्से में अर्थव्यवस्था के बारे में जिक्र किया जाता है, जो कि बजट से 1 दिन पहले जारी किया जाता है. वहीं दूसरी हिस्से में महत्वपूर्ण आंकड़े शामिल होते हैं. बता दें कि फरवरी 2017 के बाद बजट (Budget 2022) के पेश करने के समय में बदलाव कर दिया गया. आर्थिक सर्वेक्षण में नीतिगत फैसले, आर्थिक आंकड़े, आर्थिक रिसर्च और क्षेत्रवार आर्थिक रूझानों का विश्लेषण शामिल होता है. सामान्तया ये माना जाता है कि आर्थिक सर्वेक्षण बजट के लिए दिशानिर्देश के रूप में भी कार्य करता है.