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Budget 2022: बजट में किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का हो सकता है ऐलान

Budget 2022: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसान क्रेडिट कार्ड पर लिए गए लोन पर 7 फीसदी की दर से ब्याज लगता है लेकिन अगर इस लोन को एक साल की भीतर चुका दिया जाता है तो किसान को सिर्फ 4 फीसदी ब्याज ही इस रकम पर देना होता है.

Updated on: 25 Jan 2022, 03:05 PM

highlights

  • किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसान अपनी फसल का बीमा भी करा सकते हैं
  • किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को मुफ्त में ATM कम डेबिट कार्ड दिया जाता है

नई दिल्ली:

Budget 2022: किसानों को साहूकारों के चंगुल से छुटकारा दिलाने और खेती के लिए सस्ती दर पर लोन दिलाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card) एक बेहतरीन स्कीम है. किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम के तहत किसानों को तीन लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आगामी बजट में मोदी सरकार किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने का ऐलान कर सकती है. 1 फरवरी 2022 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना चौथा बजट पेश करेंगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बजट में किसानों के लिए कई अहम घोषणाएं हो सकती हैं. 

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समय पर कर्ज चुकाने पर कम लगता है ब्याज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसान क्रेडिट कार्ड पर लिए गए लोन पर 7 फीसदी की दर से ब्याज लगता है लेकिन अगर इस लोन को एक साल की भीतर चुका दिया जाता है तो किसान को सिर्फ 4 फीसदी ब्याज ही इस रकम पर देना होता है. 

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बता दें कि किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए किसान अपनी फसल का बीमा भी करा सकते हैं. किसी भी वजह से फसल के नष्ट होने की स्थिति में किसानों को उसके लिए मुआवजा भी दिया जाता है. बाढ़ की वजह से फसल के डूबने या फिर सूखा पड़ने पर किसान क्रेडिट कार्ड किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. किसान क्रेडिट कार्ड धारकों को मुफ्त में ATM कम डेबिट कार्ड दिया जाता है. इसके अलावा 1.60 लाख रुपये तक के कर्ज के लिए किसी भी तरह की प्रतिभूति की जरूरत नहीं पड़ती है. वहीं एक साल या फिर कर्ज चुकाने की तारीख तक इनमें से जो भी पहले आएगी उस पर 7 फीसदी की दर से ब्याज लगाया जाता है.