logo-image

यूको बैंक (UCO Bank) के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, कर्ज की ब्याज दरों में की इतनी कटौती

यूको बैंक (UCO Bank) ने कहा है कि ब्याज दरों में कटौती के परिणामस्वरूप बैंक का खुदरा (Retail Loan) और एमएसएमई कर्ज (MSME Loan) भी 0.40 प्रतिशत तक सस्ता हो जाएगा.

Updated on: 28 May 2020, 12:25 PM

कोलकाता:

यूको बैंक (UCO Bank) के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. यूको बैंक ने रेपो दर आधारित कर्ज की ब्याज दर में 0.40 प्रतिशत कटौती कर इसे 6.90 प्रतिशत पर ला दिया है. बैंक की यह कटौती रिजर्व बैंक (Reserve Bank-RBI) द्वारा हाल ही में रेपो दर (Repo Rate) में की गई कटौती का लाभ ग्राहकों को पहुंचाने वाला कदम है. बैंक ने कहा है कि इस कटौती के परिणामस्वरूप बैंक का खुदरा (Retail Loan) और एमएसएमई कर्ज (MSME Loan) भी 0.40 प्रतिशत तक सस्ता हो जाएगा.

यह भी पढ़ें: Covid-19: एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर जताया ये अनुमान

एक मार्च के बाद से यूको बैंक ने 15,000 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी
हालांकि, बैंक ने जमा दरों में किसी तरह के बदलाव की जानकारी नहीं दी है. सरकारी चाहती है कि बैंक अपनी ब्याज दरों को कम करें ताकि कर्ज सस्ता हो और अर्थव्यवस्था में गतिविधियां तेज हों. कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण अर्थव्यवस्था (Economy) की गति पिछले कुछ महीनों में काफी धीमी पड़ गई. एक मार्च के बाद से बैंकों ने अब तक छह लाख करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी है. इसमें से यूको बैंक ने 15,000 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी है जिसमें से 12,000 करोड़ का कर्ज बांट भी दिया गया है. बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उसके 1.36 लाख ग्राहकों को फायदा पहुंचा है. 

यह भी पढ़ें: भारत में 37 फीसदी महिलायें कभी सोना नहीं खरीदतीं लेकिन इच्छा रखती हैं: रिपोर्ट 

RBI ने यूको बैंक पर लगाया था पांच लाख रुपये का जुर्माना
बता दें कि इसी महीने की शुरुआत में सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक के ऊपर भारतीय रिजर्व बैंक ने सरकारी बॉन्ड होल्डिंग के मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए उस पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. बैंक ने शेयर बाजार को बताया था कि भारतीय रिजर्व बैंक ने एसजीएल फार्मों के बाउंस होने के कारण यूको बैंक पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. गौरतलब है कि सरकारी प्रतिभूतियों और चालान बिलों को कागजरहित रूप में रखने के लिए आरबीआई के पास एक सहायक सामान्य बहीखाता (एसजीएल) रखना होता है. इस खाते का इस्तेमाल आपूर्ति और भुगतान व्यापार के लिए किया जाता है. (इनपुट भाषा)