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SBI से लोन लेना होगा अब महंगा, बैंक ने एमसीएलआर में की बढ़ोतरी

State Bank Of India Latest News: मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बैंक ने 15 जुलाई यानि आज से मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (Marginal Cost Of Lending Rate) में बढ़ोतरी कर दी है.

Updated on: 15 Jul 2022, 04:44 PM

highlights

  • SBI ने एमसीएलआर में 10 बेस पॉइंट तक की बढ़ोतरी की है
  • 1 साल की अवधि वाले लोन के लिए एमसीएलआर अब 7.50 %

नई दिल्ली:

State Bank Of India Latest News: सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई (State Bank Of India) ने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा झटका दे दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बैंक ने 15 जुलाई यानि आज से मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (Marginal Cost Of Lending Rate) में बढ़ोतरी कर दी है. जिसके बाद से तमाम लोगों के लिए बैंक से लोन लेना महंगा हो चुका है. बैंक की आधिकारिक वेबसाइट में दी अपडेट के अनुसार बैंक ने एमसीएलआर (Marginal Cost Of Lending Rate) में 10 बेस पॉइंट तक की बढ़ोतरी की है.

गुरुवार को बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिस  में बताया गया है कि एक साल की अवधि वाले लोन के लिए एमसीएलआर (Marginal Cost Of Lending Rate) को 7.40 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.50 प्रतिशत किया गया है. 6 महीने की अवधि वाले लोन के लिए एमसीएलआर (Marginal Cost Of Lending Rate) 7.35 फीसदी से बढ़कर 7.45 फीसदी हो गई है.

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एमसीएलआर क्या है और इससे लोन लेने पर प्रभाव कैसे पड़ता है
एमसीएलआर का मतलब मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (Marginal Cost Of Lending Rate) से होता है. इस रेट को लोन लेने के लिए आधार रेट भी माना जाता है. यही वजह है कि एमसीएलआर  (Marginal Cost Of Lending Rate) में इजाफे का सीधा प्रभाव लोन लेने पर पड़ता है. दरअसल देश में नोटबंदी के बाद से इसे लागू कर दिया गया था. इस रेट को देश के केंद्रीय बैंक यानि आरबीआई (Reserve Bank Of India) ने साल 2016 में शुरू किया है. इस रेट (Marginal Cost Of Lending Rate) से ज्यादा रेट पर ही कमर्शियल बैंक ग्राहकों को लोन देते हैं.

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