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बिहार: शराब रखने के जुर्म में सील हुए 110 प्लाॅट और घर, 1250 वाहन भी होंगे नीलाम

शराब पर पूर्ण तरह से पाबंदी के लिए बिहार सरकार ने निर्णय लिया है कि अब जहां से भी शराब मिलेंगे वो घर और प्लॉट(जमीन ) नीलाम होंगे। यहां तक जो वाहन शराब के साथ पकड़े जाएंगे वह भी नीलाम किये जाएंगे।

Updated on: 01 Nov 2017, 01:21 PM

नई दिल्ली:

शराबबंदी के बाद भी बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद सरकार का रुख सख्त हो गया है। सरकार ने ऐलान किया है कि अब बिना देरी शराब पाए जाने वाले घर और वाहन नीलाम होंगे।

शराब पर पूर्ण पाबंदी के लिए बिहार सरकार ने निर्णय लिया है कि अब जहां से भी शराब की बरामदगी होगी, उस पर कार्रवाई करते हुए वो घर, प्लॉट(जमीन ) और वाहन भी नीलाम किये जाएंगे।

सरकार ने 930 जमीन और मकान सील किये है मगर लेकिन अब तक 110 जमीन और मकान को ही नीलाम करने की प्रक्रिया पूरी हुई है। इसलिए पहले इनकी नीलामी की जायेगी। वहीं 7000 से ज्यादा वाहन में पकड़े गए जिसमें से 1250 वाहन नीलाम होंगे ।

इसके साथ ही शराबबंदी लागू करवाने में कोताही बरतने वाले पुलिस पर भी कार्रवाई हुई है। जिसमें अब तक 24 पुलिसकर्मी बर्खास्त हो चुके है और साथ ही 200 पुलिसकर्मी पर भी विभागीय कार्रवाई तेज कर दी गई है।

अब तक 223 पुलिसवालों पर कार्रवाई हुई है। जिसमें 138 पुलिस पदाधिकारी हैं और 85 पुलिसकर्मी शामिल है। अब तक 7 पुलिस पदाधिकारी और 17 पुलिसकर्मियों को नौकरी से निकाला जा चुका है।

पहले भी बिहार सरकार ने जुर्म पर लगाम कसने के लिए कई महत्पूर्ण फैसले लिए है। बिहार में भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार अधिकारियों के घर में सरकारी स्कूल खुलवाया जा चुका है।

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शराबबंदी के बाद कार्रवाई आंकड़ों में:

25 अप्रैल 2016 से 26 अक्टूबर 2017 तक-

कुल दर्ज कांड- 41,314

जब्त देशी शराब - 7,29,494 लीटर

जब्त विदेशी शराब - 8,69,351 लीटर

नष्ट की गई शराब - 5,35,746 लीटर

जब्त दो पहिया वाहन-4433

815 दो पहिया होंगे नीलाम

जब्त चार पहिया वाहन-2672

438 -चार पहिया की होगी नीलामी

जब्त जमीन और भवन-930

110 भवन भूखण्ड होंगे नीलाम

गिरफ्तारी-58,379

दरअसल, बीते 28 अक्टूबर को रोहतास जिले में 4 लोगों की मौत हो गयी थी। जिसमें 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। सीआईडी पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। 

शराबबंदी के बाद भी जहरीली शराब से हुई मौत ने सरकार को कई सवालों के कटघरे में ला खड़ा किया था। 

राजद राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार के शराबबंदी फैसले पर सवाल करते हुए कहा था, 'घर-घर शराब पहुंच रहा यही तो फिर ये कैसी शराबबंदी।' 

इस बयान के बाद सरकार के उद्योग मंत्री जय सिंह ने सरकार का बचाव करते हुए कहा था कि, राजनीति अपनी जगह है लेकिन सरकार हर मुमकिन काम कर रही है।

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